⋅·₹1 लाख प्रति 10 ग्राम हुआ सोना
भारतीय बाजार में सोने की कीमत ₹1,00,000 प्रति 10 ग्राम पहुंचने के बाद निवेशकों का रुझान अब सीधे गोल्ड में निवेश की ओर बढ़ा है। यह आंकड़ा न केवल ऐतिहासिक है बल्कि यह दर्शाता है कि सोना अब फिर से एक मजबूत और स्थिर निवेश विकल्प के रूप में उभर कर आया है।
गोल्ड ETF ने रिटर्न में दिखाई दमदार पकड़
SBI गोल्ड ETF जैसे स्कीम्स ने बीते एक साल में निवेशकों को शानदार रिटर्न दिया है। उदाहरण के तौर पर, अगर किसी निवेशक ने पिछले साल हर महीने ₹10,000 की SIP की होती, तो उसे लगभग 54.35% XIRR रिटर्न प्राप्त हुआ होता।
इसके मुकाबले, SBI निफ्टी 50 ETF में वही SIP करने पर सिर्फ 2.93% का रिटर्न मिला होता। यह अंतर यह साफ करता है कि मौजूदा मार्केट में गोल्ड ने इक्विटी की तुलना में कहीं बेहतर प्रदर्शन किया है।
2025 में गोल्ड बना सुरक्षित और स्थिर विकल्प
वर्तमान आर्थिक माहौल और अनिश्चितताओं को देखते हुए निवेशकों का भरोसा अब गोल्ड पर अधिक है। चाहे सेफ हेवेन असेट के तौर पर हो या सालाना स्थिर रिटर्न की बात—हर लिहाज से गोल्ड निवेश एक बेहतरीन विकल्प बनकर सामने आया है।
डेटा के अनुसार, SBI गोल्ड ETF समेत 16 अन्य गोल्ड ETF ने पिछले 12 महीनों में 48% से 55% तक का रिटर्न दिया है। दूसरी ओर, निफ्टी 50 आधारित ETF ने केवल 2.57% से 3.02% तक का रिटर्न ही दे पाए हैं।
विशेषज्ञों की सलाह गिरावट पर खरीदें सोना
वित्तीय विशेषज्ञों का मानना है कि अगर सोने की कीमतों में थोड़ी भी गिरावट आती है, तो वह निवेश के लिए एक अच्छा अवसर होगा। लंबी अवधि के लिए गोल्ड अब एक स्थिर और सुरक्षित निवेश विकल्प बनता जा रहा है।