गोल्ड ज्वैलरी खरीदने से पहले रखें ध्यान
1. 916 हॉलमार्क का मतलब क्या है?
- 916 हॉलमार्क का अर्थ है कि ज्वैलरी 22 कैरेट सोने से बनी है।
- इसमें 91.6% शुद्ध सोना और बाकी धातुएं मिलाई जाती हैं।
- लेकिन सिर्फ 916 देखकर न खरीदें, बल्कि पूरी हॉलमार्किंग जांचें।
2. BIS हॉलमार्किंग के 4 महत्वपूर्ण संकेत
भारतीय मानक ब्यूरो (BIS) ने हॉलमार्किंग अनिवार्य कर दी है। ज्वैलरी पर ये 4 चीजें होनी चाहिए
BIS Logo – यह प्रमाणित करता है कि ज्वैलरी BIS मानकों के अनुसार बनी है।
916 (22K) / 750 (18K) / 585 (14K) – यह सोने की शुद्धता दर्शाता है।
ज्वैलर का पहचान नंबर – जिस दुकान से खरीदी गई है, उसका कोड।
हॉलमार्किंग सेंटर का कोड – यह दर्शाता है कि ज्वैलरी कहां टेस्ट की गई है।
Tip यदि ये चार चीजें ज्वैलरी पर नहीं हैं, तो खरीदने से बचें।
3. मेकिंग चार्जेस (Making Charges) पर ध्यान दें
गोल्ड ज्वैलरी की कीमत केवल सोने की दर पर नहीं, बल्कि मेकिंग चार्जेस पर भी निर्भर करती है।
मेकिंग चार्ज 8% से 30% तक हो सकता है।
यह फिक्स्ड या प्रतिशत के हिसाब से हो सकता है।
कम मेकिंग चार्ज वाली ज्वैलरी खरीदें।
पूरी तरह से पारदर्शी मेकिंग चार्ज लें।
Tip किसी भी दुकान पर मेकिंग चार्ज नेगोशिएट (बातचीत) करके कम करवाएं।
4. सही और पूरी बिलिंग जरूरी
बिल में ये महत्वपूर्ण जानकारियां होनी चाहिए:
सोने की शुद्धता (22K, 18K, 14K)
BIS हॉलमार्क नंबर
मेकिंग चार्जेस और GST
ज्वैलर की पूरी जानकारी
Tip बिना सही बिल के ज्वैलरी न खरीदें, वरना भविष्य में बेचने या एक्सचेंज करने में परेशानी हो सकती है।
5. एक्सचेंज और बायबैक पॉलिसी चेक करें
क्या ज्वैलरी उसी दुकान पर एक्सचेंज या वापस बेची जा सकती है?
क्या मेकिंग चार्ज वापस मिलेगा या सिर्फ सोने का मूल्य मिलेगा?
100% सोने का मूल्य मिलेगा या 5-10% कम करके खरीदा जाएगा?
Tip बायबैक और एक्सचेंज पॉलिसी लिखित रूप में मांगें।
6. जड़ाऊ ज्वैलरी (Stone-Studded Jewelry) में क्या जांचें?
स्टोन का वजन हटाकर सोने की कीमत बताई गई है या नहीं?
स्टोन असली हैं या नकली?
स्टोन की गुणवत्ता का कोई प्रमाण पत्र मिला है या नहीं?
Tip स्टोन-जड़ित ज्वैलरी खरीदते समय कंपोजिशन (सोने और स्टोन का अनुपात) साफ-साफ पूछें।
सही जानकारी से आप सुरक्षित और किफायती खरीदारी कर सकते हैं