SEBI की बोर्ड बैठक
SEBI के नए चेयरमैन तुहिन कांत पांडे की अध्यक्षता में सोमवार को पहली बोर्ड बैठक होगी। इस बैठक में FPI के डिस्क्लोजर नियमों में राहत, रिसर्च एनालिस्ट को सख्त नियमों से छूट और एल्गो ब्रोकर्स के लिए सेटलमेंट स्कीम जैसे कई अहम मुद्दों पर चर्चा होने की उम्मीद है।
FPI के लिए डिस्क्लोजर नियमों में छूट
- विदेशी पोर्टफोलियो निवेशकों (FPI) को अतिरिक्त डिस्क्लोजर लिमिट में रियायत मिल सकती है।
- मौजूदा 25,000 करोड़ रुपये की सीमा बढ़ाकर 50,000 करोड़ रुपये करने का प्रस्ताव है।
- 50% कंसेंट्रेशन सीमा में कोई बदलाव नहीं होगा।
रिसर्च एनालिस्ट और इन्वेस्टमेंट एडवाइजर्स को राहत
- एडवांस फीस की अधिकतम सीमा को 1 तिमाही से बढ़ाकर 1 साल करने का प्रस्ताव।
- निवेशकों की सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए फीस कटौती का नियम लागू होगा।
- इंडिविजुअल और HUF निवेशकों के लिए विशेष छूट की संभावना।
- यदि कोई क्लाइंट एडवाइजर को बीच में छोड़ता है, तो फीस उसी अनुपात में कटेगी।
SIP से जुड़े नए नियम
- ₹250 की SIP पर डिस्ट्रीब्यूटर्स को ₹500 तक का इंसेंटिव मिल सकता है।
- इंसेंटिव देने के लिए AMFI स्तर पर इन्वेस्टर प्रोटेक्शन फंड का इस्तेमाल किया जाएगा।
- SIP की 24 किस्तें पूरी होने के बाद ही इंसेंटिव का पैसा मिलेगा।
AIF और सोशल स्टॉक एक्सचेंज को रियायतें
- AIFs (Alternative Investment Funds) को नई रियायतें मिलने की संभावना।
- सोशल स्टॉक एक्सचेंज नियमों में संशोधन संभव।
एल्गो ब्रोकर्स के लिए सेटलमेंट स्कीम
- एल्गो ब्रोकर्स के लिए सख्त नियमों पर फैसला लिया जा सकता है।
- SEBI एल्गो ट्रेडिंग में पारदर्शिता बढ़ाने के लिए नई गाइडलाइंस ला सकता है।
क्या होगा इस बैठक का असर?
सोमवार को होने वाली SEBI की यह बैठक बाजार के लिए अहम साबित हो सकती है। संभावित फैसलों से निवेशकों, ब्रोकर्स और रिसर्च एनालिस्ट को राहत मिलने की उम्मीद है। इससे शेयर बाजार में स्थिरता और पारदर्शिता बढ़ेगी।