भारत सरकार की राजस्व प्राप्ति के स्रोत विस्तृत विश्लेषण
सरकार के वित्तीय संसाधनों को समझने के लिए यह जानना आवश्यक है कि प्रत्येक रुपये की प्राप्ति किन स्रोतों से होती है। भारत सरकार के राजस्व का प्रमुख स्रोत कर संग्रह और उधारी है। आइए विस्तार से समझते हैं कि सरकार को विभिन्न माध्यमों से कितनी राशि प्राप्त होती है।
1. उधारी और अन्य देनदारियां (Borrowing & Other Liabilities) – 24%
सरकार की कुल प्राप्ति का सबसे बड़ा हिस्सा 24 प्रतिशत उधारी और अन्य देनदारियों से आता है।
यह धनराशि सरकारी बॉन्ड या ऋण जारी करके प्राप्त की जाती है, जिसे भविष्य में ब्याज सहित चुकाना पड़ता है।
2. आयकर (Income Tax) – 22%
सरकार को मिलने वाले कुल राजस्व का 22 प्रतिशत हिस्सा आयकर से आता है।
यह कर व्यक्तिगत करदाताओं और व्यवसायों द्वारा उनकी आय पर दिया जाता है।
यह सरकार की आय का दूसरा सबसे बड़ा स्रोत है।
3. वस्तु एवं सेवा कर (GST & Other Taxes) – 18%
जीएसटी और अन्य अप्रत्यक्ष करों से सरकार को 18 प्रतिशत राजस्व प्राप्त होता है।
यह विभिन्न वस्तुओं और सेवाओं पर लगाया जाने वाला कर है, जिससे सरकार को सीधा लाभ मिलता है।
4. निगम कर (Corporation Tax) – 17%
बड़ी कंपनियों और कॉरपोरेट संस्थाओं द्वारा उनके मुनाफे पर जो कर चुकाया जाता है, वह सरकार की कुल आय में 17 प्रतिशत का योगदान देता है।
5. गैर-कर राजस्व (Non-Tax Receipts) – 9%
गैर-कर राजस्व में सरकार द्वारा अर्जित शुल्क, लाभांश, सेवा शुल्क और अन्य स्रोतों से प्राप्त धनराशि शामिल होती है।
यह सरकार के कुल राजस्व का 9 प्रतिशत हिस्सा बनाता है।
6. केंद्रीय उत्पाद शुल्क (Union Excise Duties) – 5%
उत्पाद शुल्क मुख्य रूप से पेट्रोल, डीजल, तंबाकू और अन्य विनिर्मित वस्तुओं पर लगाया जाता है।
इससे सरकार को 5 प्रतिशत राजस्व प्राप्त होता है।
7. सीमा शुल्क (Customs) – 4%
आयात और निर्यात पर लगाया जाने वाला सीमा शुल्क सरकार के कुल राजस्व में 4 प्रतिशत का योगदान देता है।
8. गैर-ऋण पूंजी प्राप्तियां (Non-Debt Capital Receipts) – 1%
सरकार की परिसंपत्तियों की बिक्री, विनिवेश और अन्य स्रोतों से प्राप्त आय इस श्रेणी में आती है।
यह सरकार की कुल प्राप्तियों का 1 प्रतिशत हिस्सा बनाती है।
निष्कर्ष
भारत सरकार की कुल प्राप्तियों का सबसे बड़ा हिस्सा उधारी (24 प्रतिशत) से आता है।
आयकर (22 प्रतिशत), कॉरपोरेट टैक्स (17 प्रतिशत) और जीएसटी (18 प्रतिशत) जैसे कर सबसे प्रमुख योगदानकर्ता हैं।
सरकार इस राजस्व का उपयोग विकास परियोजनाओं, कल्याणकारी योजनाओं और आर्थिक प्रगति को आगे बढ़ाने के लिए करती है।