भारतीय शेयर बाजार 2025 में क्या हो सकता है?
भारतीय शेयर बाजार पर हाल ही में ग्लोबल ब्रोकरेज फार्म्स Morgan Stanley और Macquarie ने अपने महत्वपूर्ण दृष्टिकोण प्रस्तुत किए हैं। दोनों ही फार्म्स का मानना है कि भारत आने वाले वर्षों में निवेशकों के लिए आकर्षक बना रहेगा।
Morgan Stanley का दृष्टिकोण
Morgan Stanley का कहना है कि भारतीय शेयर बाजार में तेजी का दौर बना रहेगा। उनका मानना है कि 2025 तक बाजार कई नई ऊंचाइयों को छू सकता है।
- अर्निंग्स ग्रोथ
भारत की कंपनियों की कमाई (Earnings) लगातार मजबूत हो रही है। - देश की स्थिरता
राजनीतिक और आर्थिक स्थिरता, दोनों ही बाजार के लिए सकारात्मक संकेत दे रहे हैं। - घरेलू निवेश (Domestic Flow)
निवेशकों का घरेलू निवेश लगातार बढ़ रहा है, जिससे बाजार को मजबूती मिल रही है।
सेंसेक्स का टारगेट
Morgan Stanley का अनुमान है कि सेंसेक्स निकट भविष्य में 93000 का आंकड़ा छू सकता है। यदि तेजी बरकरार रहती है, तो बाजार 1 लाख के स्तर तक भी जा सकता है।
ओवरवेट सेक्टर्स
Morgan Stanley ने निम्नलिखित सेक्टर्स पर ध्यान केंद्रित किया है:
- फाइनेंशियल
- कंज्यूमर डिस्क्रिशनरी
- इंडस्ट्रियल्स
- टेक्नोलॉजी
Macquarie का दृष्टिकोण
Macquarie भी भारत को लेकर बुलिश हैं। उनका कहना है कि 2025 तक ग्रोथ का मोमेंटम जारी रहेगा। हालांकि, उन्होंने फॉरेन फंड फ्लो (विदेशी निवेश) को एक संभावित जोखिम के रूप में चिन्हित किया है।
प्रमुख स्टॉक्स
Macquarie ने TCS, HDFC, महिंद्रा एंड महिंद्रा, और सन फार्मा जैसे स्टॉक्स को बाजार का मजबूत आधार बताया है।
अंडरवेट रेटिंग
कुछ कंपनियों पर Macquarie का दृष्टिकोण थोड़ा नकारात्मक है:
- टेक महिंद्रा
- जोमैटो
- एसबीआई
- अपोलो हॉस्पिटल्स
2025 के लिए निवेशकों के लिए क्या मायने रखता है?
भारतीय शेयर बाजार में निवेशकों को 2025 तक
- तेजी से ग्रोथ दिखाने वाले सेक्टर्स पर फोकस करना चाहिए।
- ग्लोबल फंड्स और विदेशी निवेश के प्रभाव पर नजर रखनी चाहिए।
- लार्ज-कैप स्टॉक्स में निवेश के अवसर तलाशने चाहिए।