IREDA बोर्ड मीटिंग 23 जनवरी को फंड जुटाने के प्रस्ताव पूरी जानकारी
भारतीय नवीकरणीय ऊर्जा विकास एजेंसी (IREDA) ने 23 जनवरी 2025 को बोर्ड मीटिंग आयोजित करने की घोषणा की है। इस मीटिंग में कंपनी द्वारा फंड जुटाने के प्रस्ताव पर चर्चा की जाएगी।
आज के ट्रेडिंग सत्र में IREDA के शेयर में 1.8% की गिरावट देखी गई और यह स्टॉक ₹204 पर ट्रेड कर रहा है।
IREDA क्यों जुटा रही है फंड?
कंपनी ने एक्सचेंज फाइलिंग के जरिए जानकारी दी है कि वह क्वालिफाइड इंस्टीट्यूशन प्लेसमेंट (QIP) के जरिए शेयरों के निगम के माध्यम से फंड जुटाने पर विचार कर रही है।
फंड का उपयोग
- नवीकरणीय ऊर्जा क्षेत्र में नई परियोजनाओं में निवेश।
- हरित ऊर्जा क्षेत्र में विकास और विस्तार।
- सतत ऊर्जा समाधानों को आगे बढ़ाने के लिए पूंजीगत व्यय।
IREDA के फाइनेंशियल्स पर एक नजर
मापदंड | विवरण |
---|---|
शेयर प्राइस | ₹204 |
मार्केट कैप | ₹54,000 करोड़ |
प्राइस-टू-अर्निंग (P/E) रेश्यो | 35.83 |
बुक वैल्यू | ₹36.32 |
1 साल का रिटर्न | 37% |
बाजार में गिरावट का असर IREDA पर
- भारतीय शेयर बाजार में भारी गिरावट के चलते IREDA के शेयरों में मुनाफावसूली देखने को मिल रही है।
- निवेशकों को QIP को लेकर सकारात्मक उम्मीदें हैं, लेकिन स्टॉक में गिरावट ग्लोबल सेंटीमेंट और फंड जुटाने के प्रभाव को दर्शा रही है।
QIP क्या होता है?
क्वालिफाइड इंस्टीट्यूशनल प्लेसमेंट (QIP) एक ऐसा तरीका है, जिसके माध्यम से कंपनियां प्रमोटर्स के शेयरों को बेचे बिना संस्थागत निवेशकों से फंड जुटा सकती हैं।
QIP के फायदे
- कंपनियों के लिए फंड जुटाने का आसान विकल्प।
- शेयरधारकों के हितों को बनाए रखता है।
- कंपनी के विस्तार और विकास को गति मिलती है।
IREDA के स्टॉक पर एक्सपर्ट व्यू
- विशेषज्ञों का मानना है कि यदि फंड जुटाने की प्रक्रिया सफल रहती है, तो कंपनी को अच्छा ग्रोथ कैपिटल मिलेगा।
- लंबी अवधि के निवेशकों को गिरावट में संभावित खरीदारी के अवसर मिल सकते हैं।
- नवीकरणीय ऊर्जा क्षेत्र में सरकार की बढ़ती प्राथमिकता IREDA को लाभ पहुंचा सकती है।
निष्कर्ष
IREDA द्वारा फंड जुटाने की योजना से कंपनी के विकास को नई दिशा मिलेगी। हालांकि, वर्तमान बाजार स्थितियों को देखते हुए निवेशकों को सतर्क रहने की जरूरत है। कंपनी के फाइनेंशियल स्ट्रेंथ और मार्केट पोजीशन को देखते हुए आने वाले दिनों में स्टॉक में उतार-चढ़ाव बना रह सकता है।