Hindustan Aeronautics Limited (HAL) को मिल सकता है ‘Maharatna’ का दर्जा भारत के रक्षा क्षेत्र में बड़ा कदम
Hindustan Aeronautics Limited (HAL) को ‘Navratna’ से ‘Maharatna’ का दर्जा देने पर विचार करने के लिए 23 सितंबर को एक महत्वपूर्ण बैठक आयोजित की जाएगी। इस बैठक की अध्यक्षता Cabinet Secretary T.V. Somanathan करेंगे।
HAL के शानदार Financial Performance का असर
HAL का बेहतरीन वित्तीय प्रदर्शन, खासकर Q1FY25 में उसके शुद्ध लाभ में 77% की वृद्धि, इसे ‘Maharatna’ का दर्जा दिलाने में अहम भूमिका निभा रहा है।
अगर HAL को यह दर्जा मिलता है, तो यह उसे भारत के शीर्ष Public Sector Undertakings (PSUs) की श्रेणी में शामिल कर देगा, जिससे कंपनी की Operational Freedom और बढ़ जाएगी।
Maharatna Status के फायदे
‘Maharatna’ का दर्जा मिलने से HAL को कई बड़े फायदे मिलेंगे। इनमें सबसे अहम है:
- बिना सरकारी मंजूरी के किसी भी प्रोजेक्ट में ₹5,000 करोड़ या अपने Net Worth का 15% तक निवेश करने की आजादी।
- Capital Expenditure पर स्वतंत्र निर्णय लेने की क्षमता।
- अन्य सार्वजनिक और निजी उद्योगों के साथ नए और बड़े Defence Projects पर काम करने की स्वतंत्रता।
भारत की वर्तमान Maharatna Companies
फिलहाल भारत में 13 Maharatna PSUs हैं, जिनमें शामिल हैं:
- BHEL
- BPCL
- Coal India
- GAIL
- HPCL
- Indian Oil
- NTPC
- ONGC
- Power Grid
- SAIL
- Oil India
- REC
- PFC
महत्वपूर्ण है कि Maharatna का दर्जा पाने के लिए किसी कंपनी का औसत कारोबार ₹25,000 करोड़ और वार्षिक शुद्ध लाभ ₹5,000 करोड़ से अधिक होना चाहिए। HAL ने इन मानदंडों को पूरा किया है, जिसके कारण इसे यह दर्जा मिलने की उम्मीद है।
HAL के हालिया Defence Contracts
हाल ही में, Ministry of Defence ने HAL के साथ Su-30MKI विमानों के लिए 240 AL-31FP एयरो इंजनों की आपूर्ति के लिए ₹26,000 करोड़ का अनुबंध किया है। इस अनुबंध के तहत, HAL हर साल 30 एयरो-इंजन की आपूर्ति करेगा, और यह सभी इंजन 8 साल के अंदर डिलीवर किए जाएंगे।
HAL की भविष्य की योजनाएँ
HAL ने अपने Defence Manufacturing Ecosystem को और मजबूत करने की योजना बनाई है। इस Ecosystem में MSMEs, और सार्वजनिक एवं निजी उद्योग शामिल होंगे।
Maharatna का दर्जा मिलने से HAL इन योजनाओं को और तेजी से लागू कर पाएगा, जिससे कंपनी का Defence Sector में दबदबा और बढ़ेगा।
निष्कर्ष
HAL को ‘Maharatna’ का दर्जा मिलने से कंपनी को बड़े प्रोजेक्ट्स में निवेश की स्वतंत्रता मिलेगी, जिससे भारत के रक्षा क्षेत्र को और मजबूती मिलेगी। इसके अलावा, HAL की वित्तीय स्थिति और भविष्य की योजनाओं को देखते हुए, यह एक महत्वपूर्ण कदम होगा।