भारतीय बाजार में सुधार के संकेत
लगातार 8 दिनों की गिरावट के बाद, भारतीय शेयर बाजार ने संभलने की कोशिश की है। निफ्टी 50 ने निचले स्तरों से करीब 200 अंकों की रिकवरी दिखाई और 22,900 के पार पहुंचा। इस सुधार में HDFC बैंक, रिलायंस इंडस्ट्रीज (RIL) और इंडसइंड बैंक जैसे दिग्गज स्टॉक्स का अहम योगदान रहा।
इसके अलावा, बैंक निफ्टी, मिडकैप और स्मॉलकैप शेयरों में भी रिकवरी देखने को मिली, जिससे बाजार में सुधार के संकेत मजबूत हुए।
FIIs की बिकवाली पर सरकार का बयान
हाल ही में बाजार में विदेशी निवेशकों (FIIs) की भारी बिकवाली देखने को मिली है, जिसे बाजार में गिरावट की मुख्य वजह माना जा रहा है। इस मुद्दे पर सरकार ने अपना पक्ष रखा है।
वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण का बयान
मुंबई में बजट के बाद आयोजित प्रेस कॉन्फ्रेंस में वित्त मंत्री ने कहा:
FIIs की बिकवाली एक सामान्य प्रक्रिया है – विदेशी निवेशक मुनाफा बुक करने के लिए बिकवाली कर रहे हैं।
भारतीय बाजार मजबूत है – वैश्विक अनिश्चितताओं के बावजूद भारतीय अर्थव्यवस्था की स्थिति मजबूत बनी हुई है, जिससे घबराने की जरूरत नहीं है।
बीमा क्षेत्र में FDI का स्वागत – इंश्योरेंस सेक्टर में अधिक विदेशी निवेश (FDI) की जरूरत है और सरकार इसे बढ़ावा देगी।
MSMEs के लिए बड़े कदम – हर MSME क्लस्टर में SIDBI की शाखाएं खोलने की योजना है, जिससे छोटे और मध्यम उद्योगों को फायदा मिलेगा।

वित्त सचिव तुहिन कांत पांडे का बयान
FIIs की बिकवाली ग्लोबल फैक्टर की वजह से – वैश्विक अनिश्चितता के चलते FIIs उभरते बाजारों (Emerging Markets) से पैसा निकालकर अमेरिका जैसे सुरक्षित बाजारों में शिफ्ट कर रहे हैं।
भारतीय अर्थव्यवस्था मजबूत बनी रहेगी – भारत की आर्थिक वृद्धि दर बेहतर है और यही बाजार को मजबूती देने का काम करेगी।
बजट में सभी सेक्टर्स को सपोर्ट – बजट में विकास और निवेश बढ़ाने के लिए कई कदम उठाए गए हैं।
बजट 2025 भारतीय अर्थव्यवस्था को मजबूती देने के उपाय
नई कर नीति (New Tax Regime) – सरकार ने टैक्सपेयर्स को राहत देने के लिए इनकम बैंड में बदलाव किए हैं।
MSMEs के लिए समर्थन – सरकार ने पिछले 3 सालों में MSMEs के लिए कई योजनाएं लागू की हैं।
Income Tax Bill में सुधार – सरकार को 60,000 से अधिक सुझाव मिले हैं, जिन्हें जनता के हित में लागू किया जाएगा।
ग्लोबल अनिश्चितता के बीच FIIs की रणनीति
FIIs वैश्विक अनिश्चितताओं को देखते हुए अपनी पूंजी अमेरिकी बाजारों में शिफ्ट कर रहे हैं।
सरकार का मानना है कि भारतीय बाजार की बुनियादी मजबूती (Fundamentals) अच्छी बनी हुई है।
विदेशी निवेशक जल्द ही भारतीय बाजार में वापसी कर सकते हैं।