भारतीय शेयर बाजार में अस्थिरता पर विशेषज्ञ की राय
वर्तमान में भारतीय शेयर बाजार में भारी वोलेटिलिटी देखी जा रही है। यह स्थिति लॉन्ग-टर्म और शॉर्ट-टर्म निवेशकों के लिए चुनौतीपूर्ण बनी हुई है।
मार्केट एक्सपर्ट सुदीप बंदोपाध्याय की राय
- अमेरिकी राजनीति का असर
- डोनाल्ड ट्रंप के सत्ता में आने से अमेरिकी नीतियां भारतीय आईटी सेक्टर को प्रभावित कर सकती हैं।
- यह प्रभाव सकारात्मक या नकारात्मक हो सकता है, जिसे समय के साथ देखा जाएगा।
- जियोपॉलिटिकल मुद्दों का प्रभाव
- विदेशी निवेशक अपनी बिक्री जारी रख सकते हैं, जिससे भारतीय बाजार पर दबाव बना रह सकता है।
- विदेशी फंड्स का अमेरिका की ओर पलायन संभव है।
- निफ्टी का रुझान
- सुदीप के अनुसार, निफ्टी 23,500-24,500 की रेंज में रह सकता है।
- दिसंबर के मध्य तक बिकवाली जारी रह सकती है, लेकिन छुट्टियों के कारण इसमें कमी आएगी।
- पसंदीदा सेक्टर
- पीएसयू स्टॉक्स डिफेंस और इलेक्ट्रॉनिक्स कंपनियों के शेयर।
- आईटी सेक्टर निवेश पर विचार किया जा सकता है।
निवेशकों के लिए सुझाव
- आईटी सेक्टर
- अस्थिरता के बावजूद लॉन्ग-टर्म में संभावनाएं बेहतर हो सकती हैं।
- पीएसयू स्टॉक्स
- डिफेंस और इलेक्ट्रॉनिक्स कंपनियों के स्टॉक्स पर फोकस करें।
- ग्लोबल न्यूज पर नजर
- विदेशी बाजारों की खबरों के अनुसार रणनीति बनाएं।
- सेलिंग प्रेशर का प्रबंधन
- शॉर्ट-टर्म ट्रेडर्स स्टॉपलॉस और उचित जोखिम प्रबंधन का ध्यान रखें।
निष्कर्ष
भारतीय बाजार में अस्थिरता के बावजूद आईटी और पीएसयू स्टॉक्स में निवेश की संभावनाएं हैं। हालांकि, निवेशकों को ग्लोबल और घरेलू कारकों पर नजर रखकर समझदारी से निर्णय लेना चाहिए।