भारतीय शेयर बाजार में उछाल
पिछले हफ्ते भारतीय शेयर बाजार में जबरदस्त तेजी देखने को मिली, जिसमें Nifty 50 ने 22000 से 23800 के स्तर तक छलांग लगाई। इस उछाल के पीछे कई महत्वपूर्ण कारक रहे हैं, जो निवेशकों के लिए जानना जरूरी है।
भारतीय शेयर बाजार में तेजी के 5 मुख्य कारण
1. विदेशी निवेशकों (FII) की जबरदस्त खरीदारी
पिछले हफ्ते विदेशी संस्थागत निवेशकों (Foreign Institutional Investors – FII) ने लगभग 31,000 करोड़ रुपये के शेयर खरीदे। बड़े पैमाने पर विदेशी निवेश के चलते भारतीय शेयर बाजार में मजबूती देखने को मिली।
2. सेबी के विदेशी निवेशकों के लिए सकारात्मक कदम
भारतीय प्रतिभूति और विनिमय बोर्ड (SEBI) ने हाल ही में विदेशी निवेशकों के लिए कुछ नियमों को आसान बनाया है। इससे FII और FPI (Foreign Portfolio Investors) द्वारा निवेश बढ़ा है, जिससे बाजार को सपोर्ट मिला है।
3. अमेरिकी टैरिफ पॉलिसी से भारत को राहत की उम्मीद
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप 2 अप्रैल को एक नई टैरिफ पॉलिसी लागू करने वाले हैं। हालांकि, उम्मीद है कि भारत को इसमें विशेष छूट मिल सकती है। इससे भारतीय बाजार में निवेशकों का विश्वास बढ़ा है और तेजी आई है।
4. चौथी तिमाही के अच्छे रिजल्ट की उम्मीद
मार्च तिमाही के कॉर्पोरेट नतीजे आने वाले हैं और बाजार में अनुमान है कि कंपनियों के नतीजे बेहतर रहेंगे। इससे निवेशकों में पॉजिटिव सेंटिमेंट बना हुआ है, जिससे बाजार में मजबूती आई है।
5. डॉलर इंडेक्स में गिरावट और भारतीय रुपये की मजबूती
हाल ही में डॉलर इंडेक्स में गिरावट दर्ज की गई है, जिससे भारतीय रुपया मजबूत हुआ है। जब रुपया मजबूत होता है, तो विदेशी निवेशकों के लिए भारतीय बाजार अधिक आकर्षक बन जाता है, जिससे बाजार को फायदा मिलता है।
क्या बाजार में यह तेजी बनी रहेगी?
भारतीय शेयर बाजार में यह तेजी आगे भी जारी रह सकती है, अगर:
विदेशी निवेशकों की खरीदारी बनी रहती है।
अमेरिकी टैरिफ पॉलिसी भारत के लिए सकारात्मक रहती है।
चौथी तिमाही के नतीजे उम्मीद से बेहतर आते हैं।
डॉलर इंडेक्स कमजोर बना रहता है।
हालांकि, निवेशकों को किसी भी संभावित करेक्शन (Correction) के लिए भी तैयार रहना चाहिए और स्टॉप-लॉस के साथ ट्रेड करना चाहिए।