निफ्टी 50 दिसंबर 2025 तक 26,000 तक पहुंच सकता है

Citi की रिपोर्ट निफ्टी 50 दिसंबर 2025 तक 26,000 तक पहुंच सकता है

निफ्टी 50 दिसंबर 2025 तक 26,000 तक पहुंच सकता है

भारतीय शेयर बाजार में हालिया गिरावट से निराश निवेशकों के लिए Citi की नई रिपोर्ट एक सकारात्मक संकेत लेकर आई है। रिपोर्ट के अनुसार, दिसंबर 2025 तक निफ्टी 50, 26,000 के स्तर तक पहुंच सकता है, जिससे बाजार में मौजूदा गिरावट की भरपाई संभव होगी।

Citi ने भारतीय शेयर बाजार की रेटिंग को ‘न्यूट्रल’ से ‘ओवरवेट’ कर दिया है, जो बताता है कि बाजार में तेजी की संभावना बढ़ रही है।

निफ्टी 50 दिसंबर 2025 तक 26,000 तक पहुंच सकता है

निफ्टी में 15% की संभावित तेजी

  • Citi की रिसर्च के अनुसार, भारतीय बाजार अभी भी आकर्षक वैल्यूएशन पर है
  • निफ्टी 50 के 26,000 तक पहुंचने की संभावना जताई गई है।
  • मौजूदा स्तर से यह लगभग 15% की वृद्धि को दर्शाता है।
  • बाजार में लगातार गिरावट के बीच यह रिपोर्ट निवेशकों के लिए राहत की खबर है।

भारतीय बाजार वैश्विक स्तर पर बेहतर स्थिति में

Citi के विश्लेषकों का मानना है कि भारतीय बाजार की स्थिति अन्य वैश्विक बाजारों की तुलना में मजबूत बनी हुई है।

हालांकि, अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की टैरिफ पॉलिसी को लेकर अनिश्चितता बनी हुई है, लेकिन भारतीय अर्थव्यवस्था की संरचना इसे वैश्विक मंदी से बचा सकती है:

  • घरेलू मांग भारतीय अर्थव्यवस्था का प्रमुख कारक है, जबकि वैश्विक व्यापार का योगदान अपेक्षाकृत कम है।
  • यदि टैरिफ वॉर बढ़ता है, तो इसका भारत पर अन्य देशों की तुलना में सीमित प्रभाव पड़ेगा।

निफ्टी 50 दिसंबर 2025 तक 26,000 तक पहुंच सकता है

डोनाल्ड ट्रंप की टैरिफ नीति का भारत पर सीमित प्रभाव

अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप द्वारा प्रतिस्पर्धात्मक शुल्क (Reciprocal Tariff) लगाने के ऐलान से वैश्विक बाजारों में हलचल मच गई है।

हालांकि, Citi के रणनीतिकार सुरेंद्र गोयल का कहना है कि:

  • भारतीय कंपनियों का अमेरिका और चीन के साथ व्यापारिक संबंध अपेक्षाकृत कम हैं।
  • यदि वैश्विक टैरिफ तनाव बढ़ता है, तो भारत पर इसका सीमित प्रभाव पड़ेगा।

भारतीय बाजार को सपोर्ट करने वाले 3 प्रमुख कारक

Citi की रिपोर्ट में भारतीय बाजार के पक्ष में तीन प्रमुख कारकों की ओर इशारा किया गया है:

  1. आयकर कटौती सरकार ने इनकम टैक्स में कटौती की है, जिससे घरेलू उपभोग (Consumption) बढ़ेगा
  2. बढ़ता पूंजीगत व्यय सरकार ने Capital Expenditure बढ़ाने की योजना बनाई है, जिससे इकोनॉमिक ग्रोथ को सपोर्ट मिलेगा
  3. ब्याज दरों में कटौती RBI ने पहले ही ब्याज दरों में कटौती शुरू कर दी है और अगले तीन महीनों में 50 बेसिस प्वाइंट की और कटौती संभव है।

निष्कर्ष निवेशकों के लिए राहत का संकेत

Citi की रिपोर्ट से संकेत मिलता है कि भारतीय शेयर बाजार रिकवरी की ओर बढ़ सकता है

  • यदि बाजार की मौजूदा परिस्थितियां स्थिर रहती हैं, तो निफ्टी 50 के 26,000 के स्तर तक पहुंचने की पूरी संभावना है।
  • निवेशकों को धैर्य बनाए रखना चाहिए, क्योंकि घरेलू अर्थव्यवस्था मजबूत बनी हुई है
  • RBI और सरकार बाजार को सपोर्ट करने के लिए सकारात्मक कदम उठा रही हैं

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