Pre Market ,भारतीय शेयर बाजार के आज कमजोरी के साथ खुलने की उम्मीद
खुलने की संभावना: भारतीय शेयर बाजार के प्रमुख सूचकांकों के आज कमजोरी के साथ खुलने की उम्मीद है, जो पिछले हफ्ते की गिरावट का सिलसिला जारी रख सकता है। एशियाई बाजारों में भी दबाव बना हुआ है, जिसमें जापान का निक्केई सूचकांक सबसे ज्यादा गिरावट का सामना कर रहा है। इस गिरावट का मुख्य कारण वैश्विक आर्थिक चिंताएं और मंदी की आशंकाएं हो सकती हैं।
वैश्विक प्रभाव
अमेरिकी शेयर बाजार ने पिछले हफ्ते खराब रोजगार आंकड़ों के बाद भारी गिरावट दर्ज की थी। इस हफ्ते, निवेशक अमेरिकी उपभोक्ता मूल्य सूचकांक (CPI) और उत्पादक मूल्य सूचकांक (PPI) के आंकड़ों का बारीकी से विश्लेषण करेंगे, क्योंकि ये आंकड़े फेडरल रिजर्व की आगामी बैठक में ब्याज दरों पर लिए जाने वाले निर्णयों को प्रभावित कर सकते हैं। बढ़ती ब्याज दरें और महंगाई से संबंधित चिंताओं ने वैश्विक बाजारों में अस्थिरता पैदा कर दी है, जिसका असर भारतीय बाजारों पर भी पड़ने की संभावना है।
कमोडिटी बाजार
- सोना: सोने की कीमतें स्थिर बनी हुई हैं और $2,500 प्रति औंस के स्तर के पास कारोबार कर रही हैं। निवेशक इसे सुरक्षित निवेश के रूप में देख रहे हैं, खासकर जब बाजार में अस्थिरता हो।
- कच्चा तेल: कच्चे तेल की कीमतें भी निवेशकों के लिए प्रमुख कारक हैं, जो कि बाजार की दिशा को प्रभावित कर सकती हैं। तेल की कीमतों में हालिया गिरावट से कुछ राहत मिल सकती है, लेकिन इसका दीर्घकालिक प्रभाव देखा जाना बाकी है।
अंतर्राष्ट्रीय आर्थिक संकेतक
- चीन: अगस्त महीने में चीन के उपभोक्ता मूल्यों में थोड़ी वृद्धि दर्ज की गई है, जबकि उत्पादक मूल्य सूचकांक में गिरावट (अपस्फीति) जारी रही। यह दर्शाता है कि चीन की आर्थिक स्थिति में सुधार के बावजूद अभी भी चुनौतियां बनी हुई हैं।
- जापान: जापान की दूसरी तिमाही की GDP वृद्धि शुरुआती अनुमानों से कम रही है, जिससे जापानी बाजारों में गिरावट का दबाव बढ़ा है।
अन्य प्रमुख बिंदु
- बजाज हाउसिंग फाइनेंस IPO: बजाज हाउसिंग फाइनेंस का IPO सोमवार को खुलने जा रहा है, और ग्रे मार्केट प्रीमियम (GMP) इस IPO के प्रति निवेशकों की मजबूत रुचि का संकेत दे रहा है। 73% की संभावित तेजी का अनुमान लगाया जा रहा है।
- प्रतिबंधित प्रतिभूतियां: आज के लिए कुछ कंपनियों को ट्रेडिंग के लिए प्रतिबंधित किया गया है, जिनमें आदित्य बिड़ला फैशन एंड रिटेल, बलरामपुर चीनी मिल्स, बंधन बैंक, बायोकॉन, चंबल फर्टिलाइजर्स, हिंदुस्तान कॉपर और आरबीएल बैंक शामिल हैं। इन कंपनियों पर नजर रखना महत्वपूर्ण होगा क्योंकि इनके शेयरों में अचानक उतार-चढ़ाव की संभावना रहती है।
निफ्टी और बैंक निफ्टी का विश्लेषण
-
निफ्टी:
- समर्थन स्तर: निफ्टी 24,850 के महत्वपूर्ण समर्थन स्तर पर है। अगर निफ्टी इस स्तर से नीचे जाता है, तो अगले प्रमुख समर्थन स्तर 24,770 और 24,350 होंगे। इससे बाजार में और गिरावट का जोखिम बढ़ सकता है।
- तकनीकी संकेत: निफ्टी ने साप्ताहिक चार्ट पर “एनगल्फिंग कैंडल” बनाई है, जो बाजार में मंदी का संकेत देती है। साप्ताहिक चार्ट पर आरएसआई (रिलेटिव स्ट्रेंथ इंडेक्स) में डाइवर्जेंस और इंट्राडे चार्ट पर निचले टॉप का निर्माण आगे की गिरावट की संभावना को बढ़ाता है। 25,000 के ऊपर जाने पर ही निफ्टी में 25,100-25,150 के स्तर तक रिकवरी की संभावना बन सकती है।
-
बैंक निफ्टी:
- समर्थन स्तर: बैंक निफ्टी 51,000 के नीचे गिरकर 50,500 पर आ गया है। अगर यह 51,000 के नीचे रहता है, तो इंडेक्स 50,000 या 49,600 तक गिर सकता है।
- तकनीकी संकेत: जब तक बैंक निफ्टी 51,000 के अपने 20-दिवसीय मूविंग एवरेज से नीचे कारोबार करता रहेगा, बाजार में कमजोर भावना बनी रहेगी। आरएसआई में नकारात्मक क्रॉसओवर का संकेत है, जो आगे दबाव का संकेत देता है। बैंक निफ्टी ने एक लंबी मंदी की मोमबत्ती बनाई है, जो बाजार में गिरावट का संकेत देती है।
निफ्टी ऑप्शन डेटा
- कॉल ऑप्शन: 26,000 स्ट्राइक पर सबसे अधिक प्रतिरोध (87.29 लाख अनुबंध) देखा जा रहा है। 25,200 और 25,000 स्ट्राइक पर भी महत्वपूर्ण प्रतिरोध है। 25,000 स्ट्राइक पर भारी कॉल राइटिंग (52.12 लाख अनुबंध) हुई है।
- पुट ऑप्शन: 24,000 स्ट्राइक पर मजबूत समर्थन (47.47 लाख अनुबंध) है। इसके अतिरिक्त 24,500 और 25,000 स्ट्राइक पर भी समर्थन है। 24,900 स्ट्राइक पर सबसे ज्यादा पुट राइटिंग (10.88 लाख अनुबंध) हुई है।
सकारात्मक समाचार
- मझगांव डॉक शिपबिल्डर्स: कंपनी ने ओएनजीसी से ₹1,486 करोड़ का ऑर्डर प्राप्त किया है, जो इसे मजबूत बनाएगा।
- गॉडफ्रे फिलिप्स: बीना मोदी को 86.64% शेयरधारकों के समर्थन के साथ फिर से प्रबंध निदेशक नियुक्त किया गया है।
- मोंटे कार्लो: कंपनी ने व्यक्तिगत ग्राहक अनुभव को बढ़ावा देने के लिए सेल्सफोर्स के साथ सहयोग किया है।
- आयन एक्सचेंज: कंपनी को इटली की टेक्नीमोंट एसपीए से ₹168 करोड़ का ऑर्डर मिला है।
नकारात्मक समाचार
- ओला इलेक्ट्रिक: कंपनी के मुख्य प्रौद्योगिकी अधिकारी धीरज सक्सेना ने इस्तीफा दे दिया है।
- एलआईसी: शेयरधारकों के लिए एक महीने की लॉक-इन अवधि समाप्त हो गई है, जिससे शेयरों में उतार-चढ़ाव की संभावना है।
- पूनावाला फिनकॉर्प: कंपनी के CTO धीरज सक्सेना ने इस्तीफा दे दिया है, जिससे कंपनी को नए नेतृत्व की जरूरत होगी।
निष्कर्ष: pre market में फिलहाल अनिश्चितता बनी हुई है। वैश्विक और घरेलू कारकों के चलते भारतीय शेयर बाजार में गिरावट की संभावना है, लेकिन सकारात्मक खबरें भी हैं जो बाजार को स्थिरता प्रदान कर सकती हैं। निवेशकों को सतर्क रहकर बाजार के रुझानों का पालन करना चाहिए।