Pre Market 1 October भारतीय शेयर बाजार में उतार-चढ़ाव
भारतीय शेयर बाजार में हाल की गिरावट के बावजूद, निवेशकों की नजरें वित्त वर्ष 2025 की दूसरी तिमाही के परिणामों पर टिकी हुई हैं। Gift Nifty 25,998 के स्तर पर कारोबार कर रहा है, जिससे यह उम्मीद जताई जा रही है कि आने वाले सत्रों में निफ्टी और सेंसेक्स में स्थिरता या सुधार देखने को मिल सकता है। हालांकि, गिरावट का दबाव अभी भी बना हुआ है।
वैश्विक बाजार का प्रदर्शन एशिया और अमेरिका
- एशियाई बाजार: एशियाई बाजारों में मिलाजुला रुख देखने को मिला। जहां जापान के Nikkei में 1% से अधिक की तेजी आई, वहीं अन्य एशियाई बाजारों में उतार-चढ़ाव बना रहा।
- अमेरिकी बाजार: अमेरिकी बाजार ने मजबूती दिखाई, जहां S&P 500 और Dow Jones ने रिकॉर्ड ऊंचाइयों को छुआ। इसके पीछे अमेरिकी Federal Reserve द्वारा ब्याज दरों में संभावित कटौती के संकेत मुख्य कारण रहे।
भारत का राजकोषीय घाटा और कोर सेक्टर
भारत का राजकोषीय घाटा अब 24.35 लाख करोड़ रुपये तक पहुंच चुका है, जबकि अगस्त में कोर सेक्टर के उत्पादन में गिरावट दर्ज की गई है। यह संकेत करता है कि भारतीय अर्थव्यवस्था पर दबाव बढ़ रहा है, जो बाजार की अस्थिरता को बढ़ावा दे सकता है।
सोने और डॉलर में स्थिरता
हाल की गिरावट के बाद, सोने की कीमतों में स्थिरता देखने को मिल रही है। वहीं, प्रमुख मुद्राओं के मुकाबले डॉलर में मजबूती आई है, जिससे डॉलर की मांग में इजाफा हुआ है।
कमोडिटीज में मिला-जुला रुख
कमोडिटीज में भी मिश्रित प्रदर्शन देखने को मिला। तांबा और सीसा की कीमतों में गिरावट दर्ज की गई, जबकि Nickel और Aluminum की कीमतों में तेजी आई है। यह संकेत करता है कि धातु बाजार में अस्थिरता बनी रहेगी।
SEBI के फैसले
SEBI Board ने 17 प्रस्तावों को मंजूरी दी है, जिसमें उच्च जोखिम वाले निवेशकों के लिए एक नया परिसंपत्ति वर्ग और म्यूचुअल फंड विनियमन में बदलाव शामिल हैं। हालांकि, F&O Regulation पर कोई अंतिम निर्णय नहीं लिया गया है।
शेयर बाजार का प्रदर्शन
भारतीय बाजार में मंदी का रुख जारी रहा। 2,223 शेयरों में गिरावट दर्ज की गई, जबकि 1,819 शेयरों में बढ़त देखने को मिली। बलरामपुर चीनी मिल्स, बंधन बैंक, हिंदुस्तान कॉपर, और आरबीएल बैंक जैसी प्रतिभूतियां प्रतिबंध अवधि में थीं।
Nifty 50 तकनीकी विश्लेषण
निफ्टी 50 में हाल के सत्रों में गिरावट दर्ज की गई है। तकनीकी दृष्टिकोण से, निफ्टी 50 का अगला समर्थन स्तर 25,500 (50% Fibonacci Retracement) पर है। पिवट पॉइंट्स पर 26,043, 26,124, और 26,254 पर प्रतिरोध है, जबकि समर्थन स्तर 25,783, 25,703, और 25,573 पर हैं।
Bank Nifty भारी गिरावट
Bank Nifty में पिछले दो कारोबारी सत्रों में 1,500 अंकों की गिरावट आई है। ICICI Bank और HDFC Bank जैसे बड़े शेयरों में गिरावट प्रमुख कारण रहा है। बैंक निफ्टी के धुरी बिंदु 53,516, 53,705, और 54,010 पर प्रतिरोध हैं, जबकि समर्थन 52,905, 52,716, और 52,411 पर है।
Nifty Call और Put Option डेटा
- Call Option Data: 26,000 Strike Price पर अधिकतम Open Interest (88.6 लाख अनुबंध) है, जो निफ्टी के लिए प्रमुख प्रतिरोध का काम कर रहा है।
- Put Option Data: 25,000 Strike Price पर अधिकतम Open Interest (51.15 लाख अनुबंध) है, जो प्रमुख समर्थन स्तर है।
FLL और DII गतिविधि
30 सितंबर 2024 को विदेशी निवेशक (FLL) शुद्ध विक्रेता थे, जिन्होंने कुल -9791.9 करोड़ रुपये (नकद) निकाले। दूसरी ओर, घरेलू संस्थागत निवेशक (DII) ने 6645.8 करोड़ रुपये का निवेश किया, जिससे बाजार में कुछ स्थिरता आई।
PCR (Put Call Ratio)
1 से ऊपर का PCR यह दर्शाता है कि पुट वॉल्यूम ने कॉल वॉल्यूम को पार कर लिया है, जो बाजार में मंदी का संकेत हो सकता है।
पॉजिटिव स्टॉक्स न्यूज
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निष्कर्ष
भारतीय शेयर बाजार में हाल की गिरावट के बावजूद, आने वाले समय में बाजार के स्थिर होने की उम्मीद है। तकनीकी और मौलिक संकेतकों को ध्यान में रखते हुए, निवेशकों को सावधानीपूर्वक निर्णय लेने की सलाह दी जाती है। SEBI के नए नियमों और अंतरराष्ट्रीय बाजारों की गतिविधियों पर नजर रखनी होगी, जिससे बाजार का भविष्य तय होगा।