Ratan Tata का निधन टाटा समूह पर प्रभाव
रतन टाटा का निधन टाटा समूह पर प्रभाव
86 वर्षीय रतन टाटा, टाटा संस के चेयरमैन एमेरिटस, का निधन हो गया, जिससे टाटा समूह और उनके नेतृत्व में विकसित कंपनियों पर निवेशकों की गहरी नज़र है। भारतीय व्यापार जगत में उनके योगदान को देखते हुए, उनके निधन से टाटा समूह की प्रमुख कंपनियों के शेयरों में हलचल की उम्मीद है।
रतन टाटा का योगदान
रतन टाटा के नेतृत्व में, टाटा समूह ने वैश्विक स्तर पर अपनी पहचान बनाई। उनके नेतृत्व में टाटा समूह ने Tetley, Corus, Jaguar Land Rover जैसे अधिग्रहण किए, जिसने समूह की अंतरराष्ट्रीय पहचान को मजबूत किया। उन्होंने 1991 में JRD टाटा से चेयरमैन का पदभार संभाला और तब से लेकर अब तक टाटा समूह को एक वैश्विक उद्योग साम्राज्य के रूप में स्थापित किया। टाटा संस, समूह की प्रमोटर कंपनी, का 66% स्वामित्व परोपकारी ट्रस्टों के पास है, और रतन टाटा को समूह के मानद चेयरमैन का खिताब मिला था।
टाटा समूह की आर्थिक स्थिति
रतन टाटा के योगदान के चलते, 2023-24 में टाटा समूह का कुल राजस्व $165 बिलियन से अधिक था और इसने 10 लाख से ज्यादा लोगों को रोजगार दिया। 31 मार्च 2024 तक, टाटा समूह की 26 सार्वजनिक रूप से सूचीबद्ध कंपनियों का संयुक्त बाजार पूंजीकरण $365 बिलियन से अधिक था। टाटा समूह के मौजूदा अध्यक्ष नटराजन चंद्रशेखरन ने रतन टाटा के निधन पर गहरा शोक व्यक्त करते हुए कहा कि उनका योगदान न केवल टाटा समूह बल्कि पूरे देश के लिए अविस्मरणीय है।
Tata Stocks पर निवेशकों का ध्यान
निवेशकों का ध्यान अब टाटा समूह की प्रमुख कंपनियों पर है, जैसे TCS, Tata Motors, Tata Steel, Tata Power, Trent, Titan और अन्य। जियोजित फाइनेंशियल सर्विसेज के मुख्य निवेश रणनीतिकार वी के विजयकुमार ने कहा कि रतन टाटा के सम्मान में निवेशक इन कंपनियों के शेयर खरीद सकते हैं। उनका मानना है कि रतन टाटा द्वारा बनाई गई कंपनियाँ लंबी अवधि के लिए संपत्ति बनाने में सक्षम हैं।
2024 में Tata Stocks का प्रदर्शन
वर्ष 2024 में, टाटा समूह की कंपनियों ने बेहतरीन प्रदर्शन किया है। Trent ने 168% की वृद्धि दर्ज की, जबकि TRF, Voltas, Automobile Corporation of Goa, Indian Hotels जैसी कंपनियों ने भी 50% से 90% तक का रिटर्न दिया। इसके विपरीत, Titan, Benaras Hotels, Tata Technologies, Tata Elxsi और Tata Teleservices (Maharashtra) जैसे कुछ स्टॉक्स ने 5% से 13% तक नकारात्मक रिटर्न दिया है।
निष्कर्ष
रतन टाटा का निधन भारतीय उद्योग जगत के लिए एक बड़ी क्षति है। उनके नेतृत्व और दूरदर्शिता ने टाटा समूह को वैश्विक पहचान दिलाई। उन्होंने भारतीय उद्योग को एक नई दिशा दी और टाटा समूह को ऊंचाइयों पर पहुंचाया। उनका योगदान न केवल व्यापारिक जगत में बल्कि समाज में भी याद रखा जाएगा। उनके निधन के बाद, टाटा समूह के स्टॉक्स पर निवेशकों की पैनी नजर रहेगी, क्योंकि उनकी विरासत दीर्घकालिक निवेश के लिए एक मजबूत आधार प्रस्तुत करती है।