भारतीय रिजर्व बैंक के नए गवर्नर संजय मल्होत्रा की नियुक्ति
संजय मल्होत्रा RBI के 26वें गवर्नर का परिचय
केंद्र सरकार ने संजय मल्होत्रा को भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) का 26वां गवर्नर नियुक्त किया है। उनका कार्यकाल 11 दिसंबर 2024 से शुरू होगा और यह तीन साल तक चलेगा।
भारतीय अर्थव्यवस्था की मौजूदा स्थिति
रुपये की गिरावट
- भारतीय रुपया अब तक के रिकॉर्ड निचले स्तर ₹84.80 प्रति डॉलर पर पहुँच गया है।
- विशेषज्ञों का मानना है कि घरेलू ब्याज दरों में संभावित कटौती के कारण रुपया कमजोर हो रहा है।
- अनुमान है कि 2025 तक रुपया ₹85.50 प्रति डॉलर तक पहुँच सकता है।
GDP ग्रोथ में गिरावट
- भारतीय अर्थव्यवस्था की GDP वृद्धि दर में कमी दर्ज की गई है।
- मुद्रास्फीति (Inflation) लगातार बढ़ रही है, जिससे आर्थिक स्थिरता पर दबाव बढ़ा है।
संजय मल्होत्रा के सामने प्रमुख चुनौतियाँ
- रुपये की स्थिरता
- रुपये की गिरावट रोकने और इसे स्थिर रखने के लिए नीतिगत कदम उठाना।
- विदेशी मुद्रा भंडार प्रबंधन में सुधार करना।
- मुद्रास्फीति पर नियंत्रण
- घरेलू बाजार में बढ़ती महँगाई को नियंत्रित करना।
- उपभोक्ता वस्तुओं और ईंधन की कीमतों को स्थिर करना।
- GDP वृद्धि को बढ़ावा देना
- विशेषज्ञों का मानना है कि 2025 तक ब्याज दरों में कटौती से GDP वृद्धि को प्रोत्साहन मिलेगा।
- बाजार की अस्थिरता को कम करना
- शेयर बाजार और मुद्रा बाजार में उतार-चढ़ाव पर रोक लगाने के लिए RBI का हस्तक्षेप।
- विदेशी निवेश को आकर्षित करना
- विदेशी मुद्रा प्रवाह को बढ़ाने और भारत को निवेश के लिए आकर्षक गंतव्य बनाने पर काम करना।
विशेषज्ञों की राय
स्टैंडर्ड चार्टर्ड बैंक का दृष्टिकोण
- 2025 तक ब्याज दरों में कटौती के चलते GDP वृद्धि और मुद्रास्फीति में कमी का अनुमान।
- केंद्रीय बैंक की विदेशी मुद्रा नीति में बदलाव नहीं होने की संभावना।
बाजार विशेषज्ञों की चिंता
- मौजूदा बाजार अस्थिरता को नियंत्रित करने के लिए RBI का हस्तक्षेप आवश्यक है।
- संजय मल्होत्रा को बाजार में विश्वास बहाल करने के लिए त्वरित कदम उठाने होंगे।