RBI मॉनेटरी पॉलिसी

RBI मॉनेटरी पॉलिसी क्या Repo Rate में कटौती होगी?

RBI मॉनेटरी पॉलिसी क्या Repo Rate में कटौती होगी?

भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) 7 फरवरी को अपनी मॉनेटरी पॉलिसी जारी करेगा।

  • क्या होगा बदलाव? एक्सपर्ट्स को उम्मीद है कि Repo Rate में 0.25% (25 बेसिस प्वाइंट) की कटौती हो सकती है।
  • किसे होगा फायदा? खासकर होम लोन और अन्य लोन धारकों को, क्योंकि ब्याज दरें कम होने से EMI घट सकती है।

RBI मॉनेटरी पॉलिसी

Repo Rate कटौती और EMI पर असर

Repo Rate क्या है?

Repo Rate वह दर है जिस पर RBI बैंकों को कर्ज देता है। जब Repo Rate घटता है, तो बैंक भी अपनी ब्याज दरों को कम करते हैं, जिससे होम लोन, कार लोन, और पर्सनल लोन की EMI सस्ती हो जाती है।

EMI कैलकुलेशन

मौजूदा स्थिति (Repo Rate – 8.50%)

  • Home Loan Amount ₹30 लाख
  • लोन अवधि 20 साल
  • मौजूदा EMI ₹25,846

अगर Repo Rate 0.25% घटकर 8.25% हो जाए?

  • नई EMI ₹25,386
  • मासिक बचत ₹460
  • 20 साल में कुल बचत ₹1,10,400

छोटे बदलाव से बड़ी बचत हो सकती है।

RBI मॉनेटरी पॉलिसी

होम लोन जल्दी खत्म करने के 4 आसान तरीके

1. हर साल प्रीपेमेंट करें

अगर आपको बोनस, टैक्स रिफंड या कोई अतिरिक्त आय मिले, तो इसे लोन प्रीपेमेंट में लगाएं। इससे ब्याज कम होगा और लोन जल्दी खत्म होगा।

2. EMI बढ़ाएं

अगर आपकी आय बढ़ती है, तो EMI भी बढ़ाएं। इससे लोन जल्दी खत्म होगा और ब्याज पर भारी बचत होगी।

3. ब्याज दरों की तुलना करें

अगर कोई दूसरा बैंक कम ब्याज दर पर लोन दे रहा है, तो Loan Transfer पर विचार करें। हालांकि, प्रोसेसिंग फीस और अन्य शुल्क का ध्यान रखना जरूरी है।

4. स्मार्ट बजट बनाएं

फिजूलखर्ची कम करें और बचत को लोन प्रीपेमेंट में लगाएं। इससे लोन का बोझ जल्दी खत्म होगा।

होम लोन जल्दी चुकाने के 3 फायदे

  1. ब्याज पर बड़ी बचत – लोन जल्दी खत्म करने से कम ब्याज चुकाना होगा।
  2. फाइनेंशियल सिक्योरिटी – कर्ज मुक्त होने से मानसिक और आर्थिक राहत मिलेगी।
  3. नए निवेश के अवसर – EMI से बची रकम को शेयर बाजार, एफडी, म्यूचुअल फंड्स या रियल एस्टेट में निवेश कर सकते हैं।

7 फरवरी का इंतजार क्या होगा RBI का फैसला?

अब सबकी नजरें RBI की मॉनेटरी पॉलिसी मीटिंग पर हैं। अगर Repo Rate में 0.25% कटौती होती है, तो होम लोन और अन्य लोन धारकों को बड़ी राहत मिल सकती है।

7 फरवरी को अपडेट के लिए बने रहें।

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