ED का छापा और FIR
सितंबर के पहले सप्ताह में Enforcement Directorate (ED) ने रश्मि सलूजा के खिलाफ छापेमारी की, जिसमें उनके और दो अन्य व्यक्तियों के खिलाफ Dabur Group के Burman परिवार पर झूठे आरोप लगाने के मामले में FIR दर्ज की गई। उन पर धोखाधड़ी और आपराधिक साजिश (criminal conspiracy) के आरोप हैं।
SEBI का कारण बताओ नोटिस
Securities and Exchange Board of India (SEBI) ने रश्मि सलूजा के खिलाफ insider trading के आरोपों पर show cause notice जारी किया। SEBI का कहना है कि Religare Enterprises के बोर्ड ने Burman परिवार द्वारा कंपनी में अतिरिक्त शेयर खरीदने के लिए आवश्यक statutory approvals लेने में विफलता दिखाई है।
वित्त मंत्रालय और PMO से मदद की मांग
रश्मि सलूजा ने अपने खिलाफ लगे सभी आरोपों को नकारते हुए, Finance Ministry और PMO से इस मामले में हस्तक्षेप करने और राहत प्रदान करने की मांग की है। उन्होंने इस लड़ाई को केवल एक corporate acquisition की लड़ाई नहीं बल्कि Corporate India के भविष्य से जोड़कर देखा है।
रश्मि सलूजा का बयान
रश्मि सलूजा ने कहा, “यह यात्रा कॉर्पोरेट जगत के लिए कई insights, reforms, और नए रास्ते खोलेगी। अगर सत्य की जीत होती है, तो लोग कड़ी मेहनत से पीछे नहीं हटेंगे क्योंकि उन्हें विश्वास होगा कि सच्चाई उनकी मेहनत की रक्षा करेगी।”
सलूजा का दुख
उन्होंने कहा, “इस देश में अच्छा काम करना कठिन होता जा रहा है। हर दिन यह किसी अग्नि परीक्षा जैसा लगता है।”
निष्कर्ष
रश्मि सलूजा ने अपने खिलाफ लगाए गए सभी आरोपों को खारिज करते हुए कहा कि वह इस मामले को अंतिम दम तक लड़ेंगी। यह सिर्फ एक corporate acquisition की लड़ाई नहीं है, बल्कि यह पूरे Corporate India के भविष्य के लिए महत्वपूर्ण है। अब देखना यह है कि Finance Ministry और PMO इस मामले पर क्या निर्णय लेते हैं।