रिटेल निवेशकों की वापसी
कोविड-19 महामारी के दौरान भारतीय शेयर बाजार में लाखों नए निवेशकों और ट्रेडर्स की एंट्री हुई। लेकिन शुरुआती जोश के बाद, इनमें से ज़्यादातर लोगों ने बिना सीखे ट्रेडिंग की और नुकसान उठाकर बाजार से बाहर हो गए।
अब एक बार फिर रिटेल ट्रेडर्स बाजार में सक्रिय हो रहे हैं, लेकिन इस बार वे सीखने और रणनीति के साथ ट्रेड करने पर ज़ोर दे रहे हैं।
फ्यूचर्स और ऑप्शन में 93% को हो रहा नुकसान
हालिया रिपोर्ट्स के अनुसार, जो रिटेल ट्रेडर्स फ्यूचर्स और ऑप्शन (F&O) में लगातार ट्रेड कर रहे हैं, उनमें से करीब 93% को नुकसान हो रहा है। इसका मुख्य कारण है बिना तैयारी और प्लान के ट्रेडिंग करना।
ट्रेडिंग एक जर्नी है, शॉर्टकट नहीं
एक्सपर्ट्स का मानना है कि ट्रेडिंग कोई शॉर्टकट नहीं है जिससे आप एक रात में अमीर बन जाएं। यह एक लंबी जर्नी है जिसमें आपको पहले सीखना पड़ता है, फिर समझदारी से ट्रेड करना होता है।
क्या सीखना जरूरी है?
ट्रेडिंग शुरू करने से पहले निम्नलिखित चीज़ें सीखना बेहद ज़रूरी है:
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चार्ट पैटर्न और प्राइस एक्शन
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सही एंट्री और एग्जिट का समय
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सपोर्ट और रेजिस्टेंस की पहचान
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ट्रेडिंग साइकोलॉजी और इमोशनल कंट्रोल
ट्रेडिंग प्लान और डिसिप्लिन
हर ट्रेड से पहले एक स्पष्ट ट्रेडिंग प्लान होना चाहिए जिसमें शामिल हो:
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रणनीति (Strategy)
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स्टॉप लॉस और टारगेट
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रिस्क कितना लेना है
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ट्रेडिंग में अनुशासन (Discipline) बनाए रखना
आपका लक्ष्य होना चाहिए या तो टारगेट हासिल करें या स्टॉप लॉस पर ट्रेड बंद करें – बीच का कोई रास्ता नहीं।
रिस्क मैनेजमेंट ही असली गेम चेंजर है
लंबे समय तक ट्रेडिंग में टिके रहने के लिए सबसे जरूरी चीज़ है रिस्क मैनेजमेंट। बिना रिस्क को मैनेज किए आप चाहे कितनी भी स्ट्रेटजी सीख लें, बाजार में नहीं टिक पाएंगे।
अंतिम सलाह अमीर बनने की जल्दी न करें
ज्यादातर लोग ट्रेडिंग में जल्दी पैसे कमाने के लिए आते हैं और इसी जल्दबाज़ी में नुकसान उठाते हैं। इसके बजाय आपको सीखने, गलतियों को सुधारने और धीरे-धीरे एक स्थायी ट्रेडिंग अप्रोच अपनाने पर फोकस करना चाहिए।