Sovereign Gold Bonds (SGB) में निवेश कैसे करें?
Sovereign Gold Bonds (SGB) भारत सरकार द्वारा जारी एक सुरक्षित और आकर्षक निवेश विकल्प है। यह आपको फिजिकल गोल्ड रखने की परेशानी से बचाता है और 2.5% वार्षिक ब्याज भी देता है। आइए SGB में निवेश करने की पूरी प्रक्रिया और इसके फायदों को विस्तार से समझें।
SGB क्या है?
- SGB एक डिजिटल गोल्ड है, जिसे RBI के माध्यम से भारत सरकार जारी करती है।
- इसका मूल्य 24 कैरेट सोने के बाजार भाव पर आधारित होता है।
- हर साल 2.5% का ब्याज दिया जाता है।
- इसकी मैच्योरिटी अवधि 8 साल की होती है, लेकिन 5 साल बाद प्रीमैच्योर विदड्रॉल का विकल्प भी है।
SGB में निवेश के फायदे
- फिजिकल गोल्ड स्टोरेज की जरूरत नहीं चोरी या रखरखाव की कोई चिंता नहीं।
- गारंटीड ब्याज 2.5% वार्षिक ब्याज, जो हर 6 महीने में आपके बैंक अकाउंट में ट्रांसफर होता है।
- टैक्स बेनिफिट्स मैच्योरिटी पर कैपिटल गेन टैक्स नहीं लगता।
- लिक्विडिटी इसे NSE और BSE पर ट्रेड किया जा सकता है।
- शुद्धता की गारंटी सोने की गुणवत्ता को लेकर कोई शंका नहीं।
SGB में निवेश की प्रक्रिया
Step 1 रजिस्ट्रेशन
- किसी भी बैंक (SBI, HDFC, ICICI), पोस्ट ऑफिस, स्टॉक एक्सचेंज (NSE/BSE), या अधिकृत एजेंट्स के माध्यम से रजिस्टर करें।
- रजिस्ट्रेशन ऑनलाइन और ऑफलाइन दोनों माध्यमों से किया जा सकता है।
Step 2 आवेदन फॉर्म भरें
- अपना नाम, पैन कार्ड नंबर, बैंक डिटेल्स और पता भरें।
- ऑनलाइन आवेदन के लिए नेट बैंकिंग या बैंक के मोबाइल ऐप का उपयोग करें।
Step 3 भुगतान करें
- पेमेंट नेट बैंकिंग, डेबिट कार्ड, चेक, या डिमांड ड्राफ्ट के माध्यम से करें।
- ऑनलाइन निवेश पर ₹50 प्रति ग्राम की छूट मिलती है।
Step 4 बॉन्ड आवंटन
- भुगतान के बाद आपको एक बॉन्ड सर्टिफिकेट मिलेगा।
- इसे अपने डिमैट अकाउंट में सुरक्षित रख सकते हैं।
निवेश की सीमा
- मिनिमम इन्वेस्टमेंट 1 ग्राम सोना।
- मैक्सिमम इन्वेस्टमेंट व्यक्तिगत निवेशकों के लिए 4 किलोग्राम प्रति वित्तीय वर्ष।
इंटरेस्ट पेमेंट और मैच्योरिटी
- SGB पर सालाना 2.5% ब्याज मिलता है, जो हर 6 महीने में बैंक खाते में ट्रांसफर होता है।
- मैच्योरिटी अवधि 8 साल की होती है।
- 5 साल के बाद प्रीमैच्योर विदड्रॉल का विकल्प उपलब्ध है।
कब करें SGB में निवेश?
- SGB कुछ विशेष समयावधि (Tranche) में जारी होते हैं, जिसकी घोषणा RBI या सरकार द्वारा की जाती है।
- आप इसकी जानकारी बैंक, समाचार माध्यमों, या RBI की वेबसाइट से प्राप्त कर सकते हैं।
- इसके अलावा, SGB को स्टॉक एक्सचेंज पर भी खरीदा और बेचा जा सकता है।
टैक्सेशन और रिटर्न
- ब्याज पर इनकम टैक्स लागू होता है।
- लेकिन मैच्योरिटी पर मिलने वाले रिटर्न को कैपिटल गेन टैक्स से छूट है।
फिजिकल गोल्ड की जगह SGB क्यों चुनें?
- चोरी का खतरा नहीं।
- शुद्धता की गारंटी।
- सोने की बढ़ती कीमत के साथ ब्याज का अतिरिक्त लाभ।
- आसान लिक्विडिटी।
SGB में निवेश आपको सुरक्षा, स्थिरता, और लाभ का सही मिश्रण प्रदान करता है। अगर आप सोने में निवेश की योजना बना रहे हैं, तो SGB एक बेहतर और सुरक्षित विकल्प है।