13 मई 2025 शेयर बाजार में तेज गिरावट
प्रारंभिक गिरावट बाजार में आई बड़ी हलचल
13 मई को भारतीय शेयर बाजार में भारी गिरावट देखने को मिली।
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Sensex 1,093 अंक गिरकर 81,336.04 पर पहुंच गया
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Nifty 290 अंक लुढ़ककर 24,634.90 के स्तर पर बंद हुआ
ये गिरावट ऐसे समय पर आई जब 12 मई को बाजार ने रिकॉर्ड तोड़ तेजी दिखाई थी। उस दिन Sensex लगभग 3,000 अंक चढ़ा था, जो पिछले 4 वर्षों की सबसे बड़ी तेजी थी।
1. मुनाफावसूली (Profit Booking) बनी मुख्य वजह
विशेषज्ञों का मानना है कि इतनी बड़ी तेजी के बाद प्रॉफिट बुकिंग एक सामान्य प्रक्रिया है।
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बाजार में आज व्यापक बिक्री देखी गई
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हालांकि, वोलाटिलिटी इंडेक्स स्थिर रहा, जिससे यह साफ है कि कोई घबराहट वाली बिकवाली नहीं हुई
2. आईटी सेक्टर में कमजोरी दिखी
बीते दिन IT सेक्टर ने 5 वर्षों की सबसे बड़ी छलांग लगाई थी, लेकिन आज:
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Nifty IT Index में 1% से अधिक गिरावट दर्ज की गई
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यह गिरावट किसी ट्रेंड रिवर्सल की बजाय एक शॉर्ट-टर्म करेक्शन मानी जा रही है
Geojit Financial Services के चीफ इन्वेस्टमेंट स्ट्रैटेजिस्ट डॉ. वीके विजयकुमार के अनुसार:
“US-China के बीच व्यापार समझौता ग्लोबल इकोनॉमी के लिए सकारात्मक है और इससे भारतीय IT कंपनियों को फायदा मिल सकता है।”
3. वैश्विक दबाव और भू-राजनीतिक अनिश्चितता (Geopolitical Tensions)
बाजार पर कई अंतरराष्ट्रीय कारकों का दबाव भी साफ नजर आया:
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क्रूड ऑयल की कीमतों में तेजी
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US Dollar Index (DXY) में मजबूती
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India-Pakistan सीमा पर ड्रोन मूवमेंट और आतंकी गतिविधियाँ
इन सभी घटनाओं ने निवेशकों के मन में सावधानी का माहौल बनाया।
4. क्या आगे भी दबाव बना रहेगा? जानिए एक्सपर्ट्स की राय
डॉ. वीके विजयकुमार ने कहा:
“12 मई की तेजी मुख्यतः शॉर्ट कवरिंग और रिटेल व HNI इन्वेस्टर्स की खरीदारी से आई थी। उस दिन FII और DII की कुल खरीद मात्र ₹2,694 करोड़ रही। इसका अर्थ यह है कि बड़ी संस्थागत खरीद नदारद थी, और आगे की रैली में रुकावट संभव है।”
निष्कर्ष
13 मई को आई यह गिरावट बाजार की स्वाभाविक प्रतिक्रिया है, विशेषकर इतनी तेज रैली के बाद। हालांकि लॉन्ग टर्म इन्वेस्टर्स को घबराने की आवश्यकता नहीं है, लेकिन शॉर्ट टर्म में बाजार में उतार-चढ़ाव बना रह सकता है।