शेयर बाजार क्रैश
पिछले डेढ़ महीने में भारतीय शेयर बाजार में लगातार गिरावट देखने को मिली है, और इस हफ्ते गिरावट ने रफ्तार पकड़ ली है। आज शुक्रवार को निफ्टी और सेंसेक्स में 1.15% की गिरावट हुई, जिससे बाजार में “तबाही” जैसा माहौल बन गया। कई प्रमुख सेक्टर्स लाल निशान में ट्रेड कर रहे हैं और निवेशकों को भारी नुकसान हुआ है। अनुमानित 8 लाख करोड़ रुपये का निवेश मूल्य कम हो गया है। इस गिरावट के पीछे कई कारण सामने आए हैं
1. ब्लू चिप कंपनियों के कमजोर वित्तीय रिपोर्ट्स
फाइनेंशियल ईयर 2025 की दूसरी तिमाही में कई बड़ी ब्लू चिप कंपनियों की वित्तीय रिपोर्ट्स निराशाजनक रहीं। इस गिरावट में ये कमजोर रिपोर्ट्स प्रमुख कारण मानी जा रही हैं। निवेशकों को इन कंपनियों के रिजल्ट पसंद नहीं आए, जिसके कारण शेयरों में बिकवाली का सिलसिला शुरू हो गया है।
2. चीन का निवेश आकर्षण
चीन अपनी अर्थव्यवस्था में विदेशी निवेश को बढ़ावा देने के लिए निवेशकों के लिए कई प्रोत्साहन कदम उठा रहा है। इसका प्रभाव भारतीय बाजारों पर भी पड़ा है, क्योंकि विदेशी निवेशक चीन के बाजारों की ओर आकर्षित हो रहे हैं। नतीजतन, भारतीय शेयर बाजार में पिछले 19 दिनों से बिकवाली हो रही है और यह गिरावट जारी है।
3. मजबूत अमेरिकी ट्रेजरी यील्ड और डॉलर इंडेक्स
शुक्रवार को 10 साल की ट्रेजरी यील्ड 4.118% पर पहुंच गई, और डॉलर इंडेक्स में भी मजबूती देखी गई है। इससे विदेशी निवेशकों को भारतीय बाजार से अपना धन निकालने की प्रवृत्ति बढ़ी है, जो बाजार में बिकवाली का एक और कारण है।
निष्कर्ष
भारतीय शेयर बाजार में आई इस भारी गिरावट का प्रभाव हर निवेशक पर पड़ा है, खासकर छोटे निवेशकों पर। निवेशकों के लिए यह महत्वपूर्ण है कि वे ऐसी अस्थिरता के समय में धैर्य बनाए रखें और संभावित अवसरों की पहचान करें।