बाजार में गिरावट के प्रमुख कारण
भारतीय शेयर बाजार में इस समय भारी गिरावट देखी जा रही है। बीते 6 दिनों में सेंसेक्स और निफ्टी में बड़ी गिरावट आई है, जिससे निवेशकों को ₹17 लाख करोड़ का नुकसान हुआ है।
1. अमेरिकी टैरिफ वार का प्रभाव
- अमेरिकी राष्ट्रपति ने स्टील और एल्युमिनियम पर 25% टैरिफ लगा दिया है।
- इससे भारतीय स्टील और एल्युमिनियम सेक्टर में भारी दबाव देखने को मिल रहा है।
- वैश्विक व्यापार में अस्थिरता बढ़ गई है, जिससे निवेशकों का भरोसा कमजोर हुआ है।
2. कमजोर तिमाही नतीजे
- कई भारतीय कंपनियों के Q3 रिजल्ट उम्मीद से कमजोर आए हैं।
- खासतौर पर बैंकिंग, मेटल और ऑटो सेक्टर की कंपनियों पर दबाव बढ़ा है।
- खराब नतीजों के चलते निवेशकों ने बिकवाली बढ़ा दी है।
3. विदेशी निवेशकों की भारी बिकवाली
- NSDL के डेटा के अनुसार, फरवरी में अब तक विदेशी निवेशकों (FII) ने ₹88,000 करोड़ की इक्विटी बेच दी है।
- विदेशी निवेशकों की लगातार बिकवाली से बाजार में संकट बढ़ता जा रहा है।
4. अमेरिकी बॉन्ड यील्ड में बढ़ोतरी
- फेडरल बैंक द्वारा जारी बॉन्ड यील्ड में वृद्धि हो रही है।
- इससे निवेशक अमेरिकी बाजार की तरफ आकर्षित हो रहे हैं और भारतीय बाजार से पैसा निकाल रहे हैं।
5. रुपये में कमजोरी
- अमेरिकी डॉलर के मुकाबले रुपया अपने ऑल-टाइम हाई पर कमजोर हो गया है।
- रुपये में गिरावट से विदेशी निवेशकों का भरोसा घटा है, जिससे भारतीय बाजार में दबाव बढ़ा है।
आज का बाजार अपडेट
- सेंसेक्स 76,000 के करीब ट्रेड कर रहा।
- निफ्टी 50 22,900 के स्तर पर पहुंच गया।
- मिडकैप और स्मॉलकैप भारी बिकवाली के चलते कमजोर प्रदर्शन कर रहे हैं।
निवेशकों के लिए सलाह
- घबराहट में बिकवाली से बचें और लंबी अवधि के नजरिए से निवेश करें।
- केवल मजबूत और फंडामेंटली साउंड कंपनियों में ही निवेश करें।
- बाजार में स्थिरता आने तक सावधानीपूर्वक ट्रेडिंग करें।