Dow Theory और Elliot Wave Theory

शेयर बाजार संकेतक Dow Theory और Elliot Wave Theory

 Dow Theory और Elliot Wave Theory

शेयर बाजार में निवेश के लिए सही निर्णय लेने के लिए संकेतक और सिद्धांत बेहद उपयोगी होते हैं। Dow Theory और Elliot Wave Theory दो प्रमुख तकनीकी विश्लेषण पद्धतियां हैं। आइए इनके बारे में विस्तार से जानें।

 Dow Theory

Dow Theory 

यह सिद्धांत चार्ल्स डॉ द्वारा 19वीं सदी में विकसित किया गया, जो बाजार की दिशा और ट्रेंड्स का विश्लेषण करने में मदद करता है।

मुख्य सिद्धांत

  1. बाजार की तीन ट्रेंड (Market Trends)

    • प्राथमिक ट्रेंड दीर्घकालिक बाजार की दिशा।
    • माध्यमिक ट्रेंड छोटी अवधि की कीमतों में सुधार।
    • माइनर ट्रेंड दैनिक उतार-चढ़ाव।
  2. बाजार के तीन चरण (Market Phases)

    • संचय चरण स्मार्ट निवेशकों द्वारा खरीदारी।
    • पब्लिक पार्टिसिपेशन चरण आम निवेशकों का प्रवेश।
    • डिस्ट्रिब्यूशन चरण स्टॉक्स की बिक्री।
  3. औसत इंडेक्स की पुष्टि (Confirmation by Averages)
    दो इंडेक्स का मिलान बाजार की दिशा को पुष्ट करता है।

  4. वॉल्यूम की भूमिका (Importance of Volume)
    ट्रेंड की ताकत को वॉल्यूम मजबूत बनाता है।

  5. बाजार सबकुछ दर्शाता है (Market Discounts Everything)
    कीमतें बाजार की हर जानकारी का प्रतिबिंब हैं।

  6. ट्रेंड का स्थायित्व (Trends Persist Until Reversal)
    मौजूदा ट्रेंड तब तक जारी रहता है जब तक इसका उल्टा संकेत न हो।

Elliot Wave Theory 

Elliot Wave Theory

राल्फ नेल्सन एलीट ने इस थ्योरी को 1930 में विकसित किया, जो बाजार के भावनात्मक चक्र और पैटर्न का अध्ययन करती है।

मुख्य विशेषताएं

  1. वेव पैटर्न (Wave Patterns)

    • इम्पल्सिव वेव्स: मुख्य दिशा में 5 चरण।
    • करेक्टिव वेव्स: विपरीत दिशा में 3 चरण।
  2. फ्रैक्टल संरचना (Fractal Structure)
    हर बड़ी वेव छोटी वेव्स में विभाजित होती है।

  3. फिबोनाची अनुक्रम (Fibonacci Series)
    बाजार की मूवमेंट का आकलन फिबोनाची अनुपात से किया जाता है।

  4. भावनाओं का प्रभाव (Role of Emotions)
    निवेशकों की भावनाएं जैसे डर और लालच बाजार को प्रभावित करती हैं।

उदाहरण

  • वेव 1, 3, 5 मुख्य ट्रेंड की मूवमेंट।
  • वेव 2, 4 विपरीत दिशा में सुधार।
  • करेक्शन चरण (A, B, C) बड़े ट्रेंड के बाद होने वाला सुधार।

Dow और Elliot Wave Theory का उपयोग कैसे करें?

  1. Dow Theory दीर्घकालिक निवेश के लिए उपयुक्त।
  2. Elliot Wave Theory शॉर्ट-टर्म ट्रेडिंग और स्विंग मूवमेंट में फायदेमंद।

महत्व

  1. बाजार की दिशा का सही अनुमान।
  2. निवेश और ट्रेडिंग के लिए सटीक समय का चयन।
  3. तकनीकी विश्लेषण में कुशलता।

Dow Theory और Elliot Wave Theory के अध्ययन से निवेशक बाजार के ट्रेंड्स को गहराई से समझ सकते हैं और अपने निर्णय अधिक सटीक बना सकते हैं।

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