SWAMIH Fund-2 रियल एस्टेट सेक्टर को मिलेगी नई ऊर्जा
केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने बजट 2025-26 में अधूरे हाउसिंग प्रोजेक्ट्स को पूरा करने के लिए SWAMIH Fund-2 की घोषणा की है। इसके तहत ₹15,000 करोड़ का आवंटन किया गया है, जिससे 1 लाख हाउसिंग यूनिट्स का निर्माण पूरा होगा।
SWAMIH फंड-2 क्यों जरूरी है?
भारत में कई हाउसिंग प्रोजेक्ट्स अधूरे पड़े हैं, जिससे लाखों होमबायर्स को परेशानी हो रही है। वे होम लोन की EMI और किराए दोनों का बोझ उठा रहे हैं। SWAMIH Fund-2 सरकार, बैंकों और निजी निवेशकों के सहयोग से मिश्रित वित्तीय सुविधा (Blended Finance Facility) के रूप में काम करेगा और रुके हुए प्रोजेक्ट्स को पूरा करेगा।
SWAMIH फंड क्या है?
SWAMIH (Special Window for Affordable and Mid-Income Housing) फंड 2019 में लॉन्च किया गया था। इसका उद्देश्य था—
अफोर्डेबल और मिड-इनकम हाउसिंग प्रोजेक्ट्स को फंडिंग देना
रुके हुए RERA-पंजीकृत प्रोजेक्ट्स को पूरा करना
होमबायर्स को जल्द घर दिलाना
SWAMIH Fund-1 के तहत ₹15,530 करोड़ की राशि जुटाई गई थी, जिससे अब तक 50,000 हाउसिंग यूनिट्स पूरे किए जा चुके हैं और 40,000 और यूनिट्स 2025 में पूरे होने की उम्मीद है।
SWAMIH Fund-2 का रियल एस्टेट पर प्रभाव
SWAMIH फंड को “Lender of Last Resort” माना जाता है, जो उन प्रोजेक्ट्स को मदद देता है—
जिनका निर्माण प्रतिष्ठित लेकिन संकटग्रस्त बिल्डर्स कर रहे हैं।
जो कई वर्षों से रुके हुए हैं।
जिन पर कानूनी मुकदमे और ग्राहक शिकायतें लंबित हैं।
SWAMIH Fund-2 से क्या बदलाव आएंगे?
1 लाख हाउसिंग यूनिट्स को पूरा करने में मदद मिलेगी।
रियल एस्टेट सेक्टर में तरलता (Liquidity) में सुधार होगा।
होमबायर्स का भरोसा बढ़ेगा।
हाउसिंग मार्केट की स्थिरता सुनिश्चित होगी।
निष्कर्ष
बजट 2025 में घोषित SWAMIH Fund-2 अधूरे हाउसिंग प्रोजेक्ट्स को पूरा करने और होमबायर्स को राहत देने के लिए एक महत्वपूर्ण कदम है। इससे रियल एस्टेट सेक्टर को मजबूती मिलेगी और लाखों परिवारों का “घर का सपना” पूरा होगा।