Swiggy और Zomato के शेयरों में भारी उछाल

Swiggy और Zomato के शेयरों में भारी उछाल, क्या निवेश का सही समय है?

Swiggy और Zomato के शेयरों में भारी उछाल

5 दिसंबर को Swiggy और Zomato के शेयरों में बंपर तेजी देखने को मिली। दोनों कंपनियों के बेहतर फाइनेंशियल प्रदर्शन और ब्रोकरेज फर्म्स के सकारात्मक रुख के कारण निवेशकों का भरोसा इन शेयरों पर बढ़ा।

Swiggy और Zomato के शेयरों में भारी उछाल

शेयरों का प्रदर्शन

कंपनी बढ़त (%) क्लोजिंग प्राइस (रुपये)
Swiggy +11% ₹576.95 (52-सप्ताह का उच्च स्तर)
Zomato +6% ₹304.50 (52-सप्ताह का उच्च स्तर)

ब्रोकरेज फर्म्स की राय

Zomato पर ब्रोकरेज की राय

  1. CLSA

    • रेटिंग Outperform
    • टारगेट प्राइस ₹370 (29% ऊपर)
  2. Bernstein

    • रेटिंग Outperform
    • टारगेट प्राइस ₹335

Swiggy पर ब्रोकरेज की राय

  1. Motilal Oswal

    • रेटिंग Neutral
  2. UBS

    • रेटिंग Buy
    • टिप्पणी Swiggy Zomato के साथ ऑपरेटिंग मार्जिन और स्केल में अंतर कम कर रही है।

Swiggy का फाइनेंशियल प्रदर्शन (जुलाई-सितंबर 2024 तिमाही)

विवरण 2024 (Q2) 2023 (Q2) वृद्धि (%)
Net Loss ₹625.53 करोड़ ₹657 करोड़ -4.8%
Operating Revenue ₹3,601.45 करोड़ ₹2,763.33 करोड़ +30%
Total Expenses ₹4,309.54 करोड़ ₹3,506.63 करोड़ +22.9%

फूड डिलीवरी और क्विक कॉमर्स में प्रदर्शन

सेगमेंट Swiggy (YoY वृद्धि) Zomato (YoY वृद्धि)
फूड डिलीवरी GOV +15% +21%
Quick Commerce +76% +122%

Swiggy बनाम Zomato किसका पलड़ा भारी?

Swiggy और Zomato के शेयरों में भारी उछाल

  • फूड डिलीवरी
    Zomato ने बेहतर वृद्धि दर्ज की है।

  • Quick Commerce
    Zomato की Blinkit सेवा ने Swiggy के मुकाबले तेज़ी से मार्केट शेयर बढ़ाया है।

  • ग्रॉस ऑर्डर वैल्यू (GOV)

    • Swiggy सालाना 30% की वृद्धि।
    • Blinkit सालाना 122% की वृद्धि।

भविष्य की संभावनाएं

  • Motilal Oswal का अनुमान
    • फूड डिलीवरी ऑर्डर सालाना 12.5% वृद्धि।
    • Quick Commerce सालाना 23.6% वृद्धि।

Swiggy और Zomato के बीच बढ़ती प्रतिस्पर्धा, ब्रोकरेज फर्म्स का भरोसा, और बेहतर फाइनेंशियल प्रदर्शन इस सेक्टर को और मजबूती प्रदान कर सकते हैं।

निष्कर्ष

Swiggy और Zomato के मौजूदा प्रदर्शन ने फूड डिलीवरी और क्विक कॉमर्स सेक्टर को निवेशकों के लिए आकर्षक बना दिया है। हालांकि, निवेश करने से पहले कंपनी के फंडामेंटल्स और बाजार की स्थितियों पर ध्यान देना जरूरी है।

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