भारी बिकवाली के बाद बाजार में सुधार
भारतीय शेयर बाजार में पिछले चार दिनों से जबरदस्त तेजी देखने को मिल रही है। हालांकि, इससे पहले पिछले छह महीनों में भारी गिरावट आई, जिसके पीछे मुख्य कारण विदेशी निवेशकों (FII) की लगातार बिकवाली रही।
विदेशी निवेशकों की बिकवाली घरेलू निवेशकों के लिए एक बड़ी चिंता बनी हुई थी। पिछले छह महीनों में FII ने भारतीय बाजार से 3.4 लाख करोड़ रुपये निकाले, जिससे IT और FMCG सेक्टर पर सबसे ज्यादा प्रभाव पड़ा।
विदेशी निवेशकों की बिकवाली में आई गिरावट
- मार्च के पहले दो हफ्तों में भी विदेशी निवेशकों ने बिकवाली जारी रखी, लेकिन अब इसमें कमी आई है।
- मार्च के पहले 15 दिनों में सभी सेक्टर प्रभावित हुए, मेटल सेक्टर को छोड़कर।
- मेटल सेक्टर ने 1100 करोड़ रुपये का नया निवेश आकर्षित किया, जिससे यह गिरावट के ट्रेंड को उलटने वाला एकमात्र सेक्टर बन गया।
IT और FMCG सेक्टर पर सबसे ज्यादा असर
- विदेशी निवेशकों ने IT, FMCG, ऑटो, फाइनेंस और हेल्थकेयर सेक्टर में जबरदस्त बिकवाली की।
- IT सेक्टर से 6934 करोड़ रुपये की बिकवाली की गई, जिससे पिछले एक महीने में यह 10% तक गिर गया।
भारत सरकार के प्रयास और विदेशी निवेशकों की रणनीति
हालांकि, भारतीय सरकार ने बाजार को स्थिर करने के लिए कई नीतिगत उपाय किए, जैसे कि
- आयकर में कटौती
- रिजर्व बैंक द्वारा ब्याज दरों में कमी
- तरलता बढ़ाने के उपाय
लेकिन इसके बावजूद विदेशी निवेशकों की बिकवाली जारी रही।
विदेशी निवेशक भारत से पैसा निकालकर कहां लगा रहे हैं?
- आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) की बढ़ती सफलता के चलते विदेशी निवेशक चीनी कंपनियों में पैसा लगा रहे हैं।
- डोनाल्ड ट्रंप के टैरिफ फैसलों के कारण कई विदेशी निवेशक अमेरिकी बाजार में शिफ्ट हो रहे हैं।
क्या बाजार में तेजी जारी रहेगी?
अगर विदेशी निवेशक बिकवाली में और कमी करते हैं और सरकार की नीतियां असर दिखाती हैं, तो भारतीय बाजार में तेजी जारी रहने की उम्मीद है। निवेशकों को सतर्क रहते हुए बाजार के रुझान पर नजर बनाए रखनी चाहिए।
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