टाइटन के स्टॉक में गिरावट
भारतीय शेयर बाजार में पिछले कुछ महीनों में भारी गिरावट देखने को मिली है, जिसके चलते कई प्रमुख कंपनियों के शेयर भी गिरावट का सामना कर रहे हैं। इसी कड़ी में टाटा ग्रुप की जानी-मानी कंपनी टाइटन के शेयरों में भी पिछले एक महीने में लगभग 13% की भारी गिरावट देखी गई है।
आज, बुधवार के दिन, भारतीय शेयर बाजार में थोड़ी तेजी दिखाई दे रही है, जिसका कारण अमेरिकी राष्ट्रपति चुनाव से जुड़ी खबरें हैं। इस तेजी के चलते निफ्टी और सेंसेक्स में लगभग 1.2% की उछाल आई है, परंतु इसके बावजूद, टाइटन के शेयर में आज करीब 2% की गिरावट बनी हुई है। टाइटन का करंट प्राइस ₹3177 पर चल रहा है, जिससे यह आज के टॉप लूजर की सूची में शामिल हो गया है।
रेखा झुनझुनवाला की टाइटन में हिस्सेदारी में बदलाव
टाइटन के स्टॉक का एक और खास पहलू यह है कि यह भारत के प्रमुख निवेशकों में से एक रेखा झुनझुनवाला के पोर्टफोलियो का हिस्सा है। हाल ही में मिली जानकारी के अनुसार, रेखा झुनझुनवाला ने टाइटन में अपनी 0.2% हिस्सेदारी कम की है। वर्तमान में उनकी टाइटन में कुल हिस्सेदारी 5.1% है, जो निवेशकों के बीच एक महत्वपूर्ण चर्चा का विषय है।
टाइटन की दूसरी तिमाही के नतीजे
हाल ही में जारी दूसरी तिमाही के नतीजों के बाद टाइटन के शेयरों में गिरावट देखी जा रही है। वित्त वर्ष 2024-25 की दूसरी तिमाही में टाइटन का कंसोलिडेटेड नेट प्रॉफिट 23% घटकर ₹704 करोड़ हो गया है। हालांकि, कंपनी की कुल बिक्री 25% बढ़कर ₹13,473 करोड़ तक पहुंच गई, और कुल आय में 15% की वृद्धि दर्ज की गई है, जो कि ₹14,656 करोड़ तक पहुंच गई है।
इन आंकड़ों से यह स्पष्ट है कि टाइटन के रेवेन्यू में बढ़ोतरी के बावजूद प्रॉफिट में गिरावट ने निवेशकों को चिंतित किया है। टाइटन के प्रदर्शन और रेखा झुनझुनवाला की हिस्सेदारी में परिवर्तन को ध्यान में रखते हुए, आने वाले समय में निवेशकों को सतर्क रहने की जरूरत है।