दुनिया के टॉप 10 स्वर्ण भंडार वाले देश
स्वर्ण भंडार किसी भी देश की आर्थिक स्थिरता और वित्तीय शक्ति के महत्वपूर्ण घटक होते हैं। 1800 के अंत और 1900 के मध्य तक, गोल्ड स्टैंडर्ड प्रणाली के तहत देशों ने अपनी मुद्राओं को सोने से जोड़ा था, जिससे मुद्रा का मूल्य स्थिर बना रहता था। हालांकि, 1970 के दशक में इस प्रणाली को आधिकारिक रूप से समाप्त कर दिया गया, लेकिन आज भी केंद्रीय बैंक और सरकारें स्वर्ण भंडार को एक महत्वपूर्ण संपत्ति के रूप में बनाए रखती हैं।
स्वर्ण भंडार का महत्व
1. आर्थिक स्थिरता में योगदान
स्वर्ण भंडार किसी देश की अर्थव्यवस्था को स्थिर रखने और उसकी क्रेडिट रेटिंग को मजबूत बनाने में मदद करते हैं। संकट के समय, स्वर्ण भंडार देश को बाहरी वित्तीय दबाव से बचाते हैं।
2. सुरक्षित संपत्ति (Safe Haven)
वैश्विक आर्थिक अनिश्चितता या मुद्रास्फीति (Inflation) के दौरान सोने को सबसे सुरक्षित संपत्ति माना जाता है। केंद्रीय बैंक इसे अपनी वित्तीय सुरक्षा बनाए रखने के लिए प्राथमिकता देते हैं।
3. अंतरराष्ट्रीय विश्वसनीयता में सुधार
एक बड़ा स्वर्ण भंडार देश की अंतरराष्ट्रीय विश्वसनीयता को बढ़ाता है और निवेशकों का विश्वास बनाए रखता है।
शीर्ष 10 देश जिनके पास सबसे अधिक स्वर्ण भंडार हैं (Q2 2024)
रैंक | देश | स्वर्ण भंडार (टन में) |
---|---|---|
1 | संयुक्त राज्य अमेरिका | 8,133.46 टन |
2 | जर्मनी | 3,351.53 टन |
3 | इटली | 2,451.84 टन |
4 | फ्रांस | 2,436.97 टन |
5 | रूस | 2,335.85 टन |
6 | चीन | 2,264.32 टन |
7 | जापान | 845.97 टन |
8 | भारत | 840.76 टन |
9 | नीदरलैंड्स | 612.45 टन |
10 | तुर्की | 584.93 टन |
भारत का स्थान और भूमिका
- भारत 840.76 टन स्वर्ण भंडार के साथ दुनिया में 8वें स्थान पर है।
- भारतीयों के लिए सोना केवल एक आर्थिक संपत्ति नहीं, बल्कि यह सांस्कृतिक और पारंपरिक महत्व भी रखता है।
- भारतीय रिज़र्व बैंक (RBI) समय-समय पर अपने स्वर्ण भंडार को बढ़ाने की दिशा में काम कर रहा है।
आर्थिक चुनौतियों के बीच स्वर्ण भंडार का महत्व
बढ़ती वैश्विक अनिश्चितता, मुद्रास्फीति, और डॉलर में उतार-चढ़ाव को देखते हुए, भारत ने अपने स्वर्ण भंडार को बढ़ाने पर ध्यान केंद्रित किया है।
निष्कर्ष
हालांकि आज गोल्ड स्टैंडर्ड प्रणाली अस्तित्व में नहीं है, लेकिन स्वर्ण भंडार का महत्व पहले की तरह ही बना हुआ है। यह न केवल एक देश को आर्थिक स्थिरता देता है, बल्कि इसकी अंतरराष्ट्रीय साख को भी दर्शाता है। आने वाले वर्षों में, सोने का भंडार किसी भी देश की वित्तीय सुरक्षा में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता रहेगा।