Trump 2.0 टैरिफ रणनीति की नई शुरुआत
डोनाल्ड ट्रंप के दोबारा अमेरिकी राष्ट्रपति बनने के कुछ ही घंटों बाद, उन्होंने कनाडा, मैक्सिको और चीन पर टैरिफ बढ़ाने की योजना का ऐलान किया। इससे वैश्विक व्यापारिक माहौल में अस्थिरता बढ़ सकती है और कई देशों की अर्थव्यवस्था पर गंभीर प्रभाव पड़ सकता है।
कनाडा और मैक्सिको पर 25% टैरिफ – कारण और प्रभाव
नई टैरिफ योजना
- ट्रंप प्रशासन 1 फरवरी 2025 से पहले कनाडा और मैक्सिको पर 25% टैरिफ लगाने पर विचार कर रहा है।
- ट्रंप ने कनाडा को “वेरी बैड एब्यूजर” कहा और अवैध आव्रजन को रोकने के लिए कठोर कदम उठाने की बात कही।
प्रमुख कारण
- अवैध इमिग्रेशन उत्तरी सीमा से अमेरिका में अवैध प्रवास बढ़ा।
- आर्थिक सुरक्षा अमेरिका की मैन्युफैक्चरिंग को बचाने की पहल।
- ट्रेड बैलेंस व्यापार घाटे को कम करने के लिए कदम।
प्रभाव
- मैक्सिकन पेसो और कनाडाई डॉलर में गिरावट देखी गई।
- डॉलर इंडेक्स मजबूत हुआ, जिससे अमेरिकी निर्यात महंगा हो सकता है।
- नाफ्टा (NAFTA) संधि के तहत व्यापार पर नकारात्मक प्रभाव पड़ सकता है।
चीन पर टैरिफ बढ़ाने की संभावना
डोनाल्ड ट्रंप ने संकेत दिया है कि वे चीन पर नए टैरिफ लगाने की योजना बना सकते हैं, खासकर अगर टिकटॉक का सौदा अमेरिकी प्रशासन की शर्तों पर मंजूर नहीं हुआ।
संभावित कदम
- चीन पर अतिरिक्त टैरिफ अमेरिकी व्यापार घाटे को संतुलित करने के लिए।
- चीनी कंपनियों पर दबाव टिकटॉक, हुआवेई जैसी कंपनियों पर सख्ती।
- पुराने ट्रेड वॉर की वापसी ट्रंप के पिछले कार्यकाल में लागू सख्त नीतियों को फिर से अपनाने का संकेत।
शी जिनपिंग से वार्ता
ट्रंप ने कहा कि चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग से जल्द ही बैठक करेंगे और इस मामले पर चर्चा होगी।
प्रभाव
- वैश्विक सप्लाई चेन बाधित हो सकती है।
- चीन-अमेरिका के बीच व्यापार युद्ध तेज हो सकता है।
- एशियाई बाजारों में अस्थिरता बढ़ सकती है।
BRICS देशों पर 100% टैरिफ का खतरा
ट्रंप ने BRICS देशों (ब्राजील, रूस, भारत, चीन, दक्षिण अफ्रीका) पर 100% टैरिफ लगाने का संकेत दिया है।
संभावित प्रभाव
- भारत पर असर भारतीय निर्यात (आईटी सर्विसेज, टेक्सटाइल, फार्मा) पर नकारात्मक प्रभाव पड़ सकता है।
- रूस तेल और गैस पर प्रतिबंध बढ़ सकते हैं।
- ब्राजील कृषि निर्यात महंगा हो सकता है।
- चीन पहले से ही अमेरिका-चीन व्यापार तनाव की स्थिति बनी हुई है।
ट्रंप ने हालांकि इस पर कोई विस्तृत योजना नहीं दी, लेकिन भारत और अन्य BRICS देशों पर इसका असर पड़ सकता है।
यूरोप और वेनेजुएला पर संभावित प्रभाव
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वेनेजुएला
- अमेरिका वेनेजुएला से तेल आयात पर रोक लगाने की संभावना पर विचार कर सकता है।
- इससे वैश्विक तेल बाजार में तेल की कीमतें बढ़ सकती हैं।
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यूरोपीय संघ
- ट्रंप प्रशासन यूरोप पर टैरिफ लगाने या अमेरिकी तेल और गैस खरीदने का दबाव बना सकता है।
- इससे यूरोपीय देशों के साथ व्यापारिक रिश्तों में तनाव बढ़ सकता है।
बाजार पर संभावित असर
- शेयर बाजार वैश्विक बाजारों में गिरावट देखने को मिल सकती है, खासकर उभरते बाजारों में।
- फॉरेक्स मार्केट डॉलर की मजबूती जारी रह सकती है, जिससे उभरती अर्थव्यवस्थाओं की मुद्राओं पर दबाव बढ़ेगा।
- कमोडिटी मार्केट तेल और धातुओं की कीमतों में उतार-चढ़ाव देखने को मिलेगा।
निष्कर्ष
डोनाल्ड ट्रंप के दोबारा सत्ता में आने के बाद उनकी “अमेरिका फर्स्ट” नीति फिर से चर्चा में है। इस बार टैरिफ नीतियों का दायरा व्यापक हो सकता है, जो वैश्विक व्यापार पर गहरा प्रभाव डाल सकता है।
- चीन और BRICS देशों के साथ तनाव बढ़ सकता है।
- यूरोप और वेनेजुएला के साथ व्यापारिक समीकरण बदल सकते हैं।
- अमेरिकी डॉलर की मजबूती से अन्य देशों की अर्थव्यवस्थाओं पर दबाव बढ़ सकता है।