यूनियन बजट 2025 फिस्कल डेफिसिट पर फोकस
यूनियन बजट 2025 में वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण द्वारा फिस्कल डेफिसिट टारगेट पर अहम घोषणाएं किए जाने की संभावना है। सरकार का मुख्य उद्देश्य आर्थिक संतुलन बनाए रखना और प्राइवेट सेक्टर के लिए अवसरों को बढ़ाना है।
फिस्कल डेफिसिट FY26 का टारगेट संभावनाएं
ICRA की रिपोर्ट के अनुसार
- FY26 के लिए फिस्कल डेफिसिट टारगेट 4.5% हो सकता है।
- FY25 के अनुमानित 4.8% की तुलना में यह 25-30 बेसिस पॉइंट्स कम होगा।
Moneycontrol के पोल की रिपोर्ट
- कुछ इकोनॉमिस्ट्स का अनुमान है कि यह 4.3% से 4.4% के बीच हो सकता है।
FY25 के फिस्कल डेफिसिट आंकड़े
- FY25 में फिस्कल डेफिसिट का टारगेट 4.9% निर्धारित किया गया था।
- पहले 8 महीनों में फिस्कल डेफिसिट 8.5 लाख करोड़ रुपये रहा, जो वार्षिक टारगेट का 52.5% है।
विशेषज्ञों की राय
Bank of Baroda और HDFC Bank
- इन दोनों संस्थानों के इकोनॉमिस्ट्स के अनुसार, FY26 के लिए फिस्कल डेफिसिट टारगेट 4.5% निर्धारित रहने की संभावना है।
सरकार की प्राथमिकता
- FY26 तक फिस्कल डेफिसिट को 4.5% तक लाना सरकार की प्रमुख प्राथमिकता है।
फिस्कल डेफिसिट कम होने के फायदे
1. सरकारी उधारी में कमी
- Government Borrowing कम होगी, जिससे बाजार में तरलता बनी रहेगी।
2. ब्याज दरों पर दबाव घटेगा
- उधारी घटने से Interest Rates में बढ़ोतरी का दबाव कम होगा।
3. प्राइवेट सेक्टर को फंड्स उपलब्ध होंगे
- सरकारी उधारी कम होने से Private Sector के लिए फंड्स की उपलब्धता बढ़ेगी, जिससे Capital Expenditure में इजाफा होगा।
4. आर्थिक विकास (Economic Growth)
- प्राइवेट सेक्टर के निवेश और खर्च में बढ़ोतरी से अर्थव्यवस्था की ग्रोथ को बल मिलेगा।