गोल्ड खरीदने से पहले करें इंतजार बजट 2025
Union Budget 2025 में वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण द्वारा गोल्ड इंडस्ट्री से जुड़े अहम ऐलान किए जाने की संभावना है। India Bullion and Jewellers Association (IBJA) ने सरकार से गोल्ड ज्वैलरी एक्सपोर्ट को बढ़ावा देने के लिए कुछ महत्वपूर्ण मांगें रखी हैं।
संभावना है कि सरकार 85 अरब डॉलर की इस इंडस्ट्री को मजबूती देने के लिए अहम कदम उठा सकती है, जिससे घरेलू और अंतरराष्ट्रीय बाजारों में भारतीय ज्वैलरी की मांग बढ़े।
गोल्ड इंपोर्ट ड्यूटी में हो सकता है बदलाव
पिछले साल Union Budget 2024 में सरकार ने गोल्ड और सिल्वर पर इंपोर्ट ड्यूटी को 15% से घटाकर 6% कर दिया था, जिससे घरेलू मांग में वृद्धि देखी गई थी।
इस साल, India Bullion and Jewellers Association की मांग है कि:
- इंपोर्ट ड्यूटी को और घटाकर 3% किया जाए।
- इससे गोल्ड ज्वैलरी एक्सपोर्ट को बढ़ावा मिलेगा।
- घरेलू बाजार में सोने की कीमतें स्थिर हो सकती हैं।
अगर सरकार यह फैसला लेती है, तो गोल्ड खरीददारों के लिए कीमतों में राहत मिलने की संभावना है।
सिल्वर ज्वैलरी के लिए हो सकती है हॉलमार्किंग अनिवार्य
सरकार ने पहले ही गोल्ड ज्वैलरी के लिए हॉलमार्किंग को अनिवार्य बनाया था, जिससे मिलावटी और घटिया गुणवत्ता के सोने की बिक्री में कमी आई है।
संभावना है कि बजट 2025 में:
- सिल्वर ज्वैलरी के लिए भी हॉलमार्किंग लागू की जा सकती है।
- इससे ग्राहकों को उच्च गुणवत्ता की सिल्वर ज्वैलरी मिलेगी।
- मिलावट और धोखाधड़ी की घटनाओं में कमी आएगी।
भारत की गोल्ड इंपोर्ट पोजिशन
भारत दुनिया में सबसे अधिक गोल्ड आयात करने वाले देशों में दूसरे स्थान पर है।
- 2024 में गोल्ड आयात मूल्य 52 अरब डॉलर (21% की वृद्धि)
- हालांकि, गोल्ड आयात वॉल्यूम में हल्की गिरावट देखी गई।
सरकार का फोकस गोल्ड ज्वैलरी के निर्यात को बढ़ाने पर है, जिसके लिए नए नीतिगत बदलाव किए जा सकते हैं।
निष्कर्ष क्या करें निवेशक?
Union Budget 2025 में संभावित घोषणाओं को ध्यान में रखते हुए, गोल्ड खरीदने से पहले इंतजार करना समझदारी हो सकती है। अगर सरकार इंपोर्ट ड्यूटी में कटौती करती है, तो सोने की कीमतों में गिरावट आ सकती है, जिससे खरीददारों को बेहतर सौदे मिल सकते हैं।