भारत-अमेरिका व्यापार समझौता
भारत और अमेरिका के बीच द्विपक्षीय व्यापार समझौते (Bilateral Trade Agreement – BTA) की दिशा में बातचीत भले ही शुरू हो चुकी हो, लेकिन पहले चरण को पूरा होने में छह महीने तक का समय लग सकता है। यह जानकारी मनीकंट्रोल को सूत्रों से प्राप्त हुई है।
यह देरी उस आशा को झटका दे सकती है जो अमेरिका द्वारा देश-विशेष टैरिफ पर 90 दिनों की अस्थायी राहत के भीतर समझौता पूरा करने की उम्मीद पर आधारित थी।
1. बातचीत का दायरा तय, लेकिन अमेरिकी मांगें अधूरी
दोनों देशों ने ‘Terms of Reference’ (ToR) को फाइनल कर लिया है, जो यह तय करता है कि किन मुद्दों पर चर्चा होगी। हालांकि अमेरिका ने अभी तक उन सभी वस्तुओं की सूची साझा नहीं की है जिन पर वह कम टैरिफ चाहता है।
2. कृषि क्षेत्र बना सबसे बड़ी चुनौती
बातचीत का सबसे संवेदनशील पहलू कृषि क्षेत्र है। अमेरिका प्रमुख कृषि उत्पादों पर टैरिफ कम करने की मांग कर रहा है। भारत का रुख इस मामले में हमेशा रक्षात्मक रहा है।
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वर्ष 2021 में भी भारत ने RCEP समझौते से इसी कारण अपने को अलग किया था।
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किसानों और डेयरी क्षेत्र पर प्रभाव को देखते हुए भारत किसी भी अंतरराष्ट्रीय समझौते में सतर्कता बरतता है।
3. अमेरिका की प्राथमिकता प्रमुख कृषि उत्पाद
अमेरिका की टैरिफ कटौती की सूची मुख्यतः बादाम (Almonds), पिस्ता (Pistachios) और अन्य उच्च-मूल्य वाले कृषि उत्पादों पर केंद्रित है। वहीं भारत चाहता है कि अमेरिकी पक्ष ऑटोमोबाइल पार्ट्स और जरूरी दवाओं के निर्यात पर टैरिफ कम करे।
4. भारत की रणनीति 90 दिनों में समझौता फाइनल करना
भारत का लक्ष्य है कि वह अमेरिका द्वारा दी गई 90 दिनों की टैरिफ सस्पेंशन विंडो के भीतर ही इस डील को अंतिम रूप दे। इससे आपसी टैक्स विवादों से बचा जा सकेगा और व्यापार को स्थिरता मिलेगी।
5. अमेरिका की प्रतिक्रिया सकारात्मक संकेत
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने 29 अप्रैल को बयान दिया कि भारत के साथ टैरिफ वार्ता सही दिशा में है। इसके साथ ही अमेरिकी वाणिज्य सचिव हॉवर्ड लुटनिक ने एक इंटरव्यू में कहा कि एक देश के साथ टैरिफ डील लगभग तैयार है, हालांकि उन्होंने सीधे भारत का नाम नहीं लिया।
6. मिशन 500 2030 तक व्यापार $500 बिलियन पहुंचाने का लक्ष्य
यह पूरी बातचीत दोनों देशों के साझा मिशन ‘Mission 500’ का हिस्सा है। इसका उद्देश्य है कि वर्ष 2030 तक भारत और अमेरिका के बीच द्विपक्षीय व्यापार को $500 बिलियन तक पहुँचाया जाए।
7. भारत-अमेरिका व्यापार संबंध वर्तमान स्थिति
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भारत के लिए अमेरिका सबसे बड़ा निर्यात बाजार है।
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2024 में भारत ने अमेरिका को $91 बिलियन का निर्यात किया, जो उसे दुनिया का 10वां सबसे बड़ा निर्यातक बनाता है।
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आयात के मामले में अमेरिका भारत का चौथा सबसे बड़ा स्रोत देश है।