Vedanta की Restructuring Plan पर लेंडर्स की बैठक
दिग्गज माइनिंग कंपनी Vedanta की Restructuring Plan पर लेंडर्स की बैठक 18 फरवरी 2025 को आयोजित की जाएगी। इस बैठक का उद्देश्य Vedanta के कारोबार को पांच अलग-अलग हिस्सों में बांटने की योजना पर चर्चा और अंतिम निर्णय लेना है।
Vedanta की Restructuring योजना क्या है?
Vedanta ने 2023 के अंत में अपने Restructuring Plan की घोषणा की थी। इसका मकसद कंपनी की वैल्यूएशन बढ़ाना और इसकी पैरेंट कंपनी Vedanta Resources पर भारी कर्ज के बोझ को कम करना है। इस योजना के मुख्य बिंदु निम्नलिखित हैं:
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कारोबार का विभाजन
Vedanta अपने एलुमिनियम, ऑयल एंड गैस, पावर, और स्टील के कारोबार को अलग-अलग कंपनियों के रूप में लिस्ट करने की योजना बना रही है। -
सेमीकंडक्टर डिवीजन का जुड़ाव
अब योजना में सेमीकंडक्टर्स को जोड़ते हुए इसे पांच हिस्सों में विभाजित किया जाएगा। -
कॉपर और इलेक्ट्रॉनिक्स एसेट्स का प्रबंधन
Vedanta के कॉपर और इलेक्ट्रॉनिक्स एसेट्स इसके मूल बिजनेस के अंतर्गत बने रहेंगे। -
लेंडर्स की स्वीकृति
- पिछली योजना को 75% लेंडर्स ने मंजूरी दी थी।
- इस बार भी नई योजना को लागू करने के लिए 75% क्रेडिटर्स की स्वीकृति जरूरी होगी।
Vedanta के शेयरों का प्रदर्शन
Vedanta के शेयरों ने पिछले साल निवेशकों को शानदार रिटर्न दिया है:
- 13 मार्च 2024 को Vedanta का शेयर ₹249.75 के निचले स्तर पर था।
- 16 दिसंबर 2024 तक यह 111% उछलकर ₹527.00 के रिकॉर्ड हाई पर पहुंच गया।
- हालांकि, इसके बाद से शेयर में 16% से अधिक गिरावट देखी गई।
लेंडर्स बैठक के बाद अगले कदम
- 18 फरवरी 2025 को लेंडर्स की बैठक में चर्चा और प्रस्ताव को अंतिम रूप दिया जाएगा।
- इसके बाद इस प्रस्ताव को शेयरहोल्डर्स की मंजूरी के लिए भेजा जाएगा।
- लेंडर्स बैठक के समय और डील स्ट्रक्चर में कुछ बदलाव की संभावना भी बनी हुई है।
निष्कर्ष
Vedanta का Restructuring Plan कंपनी के कर्ज को कम करने और वैल्यूएशन बढ़ाने के लिए एक बड़ा कदम है। यदि लेंडर्स और शेयरहोल्डर्स से मंजूरी मिल जाती है, तो यह योजना निवेशकों के लिए लाभदायक साबित हो सकती है। हालांकि, शेयर बाजार में अभी भी शेयरों में उतार-चढ़ाव देखने को मिल सकता है, इसलिए निवेशकों को सतर्क रहकर निवेश करने की सलाह दी जाती है।