Vodafone Idea के संकट और कुमार मंगलम बिड़ला की हिस्सेदारी बढ़ोतरी से मिली थोड़ी राहत
Vodafone Idea (Vi) इस समय गंभीर वित्तीय संकट का सामना कर रही है। कंपनी पर भारी कर्ज का दबाव है और इसके शेयर बाजार में लगातार गिरावट देखी जा रही है। हालांकि, हाल ही में आदित्य बिड़ला ग्रुप द्वारा की गई हिस्सेदारी बढ़ोतरी की डील से शेयर बाजार में थोड़ी स्थिरता आई है।
आदित्य बिड़ला ग्रुप की हिस्सेदारी बढ़ोतरी
आदित्य बिड़ला ग्रुप (ABG) के चेयरमैन कुमार मंगलम बिड़ला ने 6 सितंबर 2024 को वोडाफोन आइडिया में 1.86 करोड़ शेयर खरीदे हैं, जिसकी कीमत करीब 24.8 करोड़ रुपये है। इसके साथ ही, पिलानी इन्वेस्टमेंट एंड इंडस्ट्रीज कॉरपोरेशन ने भी 30 लाख शेयर खरीदकर अपनी हिस्सेदारी में इजाफा किया है, जिसकी कुल कीमत 4 करोड़ रुपये है।
11 सितंबर 2024 को, Vodafone Idea का शेयर मूल्य 13.35 रुपये पर ट्रेड कर रहा था। इस हिस्सेदारी बढ़ोतरी से निवेशकों को थोड़ी राहत मिली है, लेकिन यह संकट को पूरी तरह हल नहीं कर सकता।
गोल्डमैन सैक्स का 83% गिरावट का अनुमान
Vodafone Idea की मौजूदा स्थिति पर ग्लोबल ब्रोकरेज फर्म गोल्डमैन सैक्स ने बेहद चिंताजनक भविष्यवाणी की है। गोल्डमैन सैक्स ने अपनी रिपोर्ट में कहा है कि अगले कुछ वर्षों में Vodafone Idea के शेयर में 83% की गिरावट आ सकती है। उन्होंने 2.5 रुपये का टार्गेट प्राइस तय किया है, जो मौजूदा शेयर मूल्य से एक बहुत बड़ी गिरावट दर्शाता है।
गोल्डमैन सैक्स ने इस गिरावट का कारण कमजोर विकास, मार्जिन रिटर्न, और बैलेंस शीट प्रोफाइल को बताया है। इसके अलावा, कंपनी को वित्तीय वर्ष 2026 से बड़े AGR (Adjusted Gross Revenue) और स्पेक्ट्रम-संबंधित भुगतान करने होंगे, जो इसकी वित्तीय स्थिति पर और दबाव डाल सकते हैं।
आने वाली चुनौतियाँ
- AGR और स्पेक्ट्रम पेमेंट्स:
Vodafone Idea के लिए सबसे बड़ी चुनौती AGR और स्पेक्ट्रम पेमेंट्स की होगी। कंपनी को वित्तीय वर्ष 2026 से शुरू होने वाले भारी भरकम भुगतान करने होंगे। इससे कंपनी की वित्तीय स्थिति और कमजोर हो सकती है। - मार्केट शेयर का नुकसान:
गोल्डमैन सैक्स ने अपनी रिपोर्ट में यह भी कहा है कि अगले 3-4 सालों में Vodafone Idea को मार्केट शेयर में 300 बेसिस पॉइंट्स का नुकसान हो सकता है। - सरकार का विकल्प:
सरकार के पास Vodafone Idea के बकाया राशि को इक्विटी में बदलने का विकल्प है, जो कंपनी के लिए एक बड़ी राहत हो सकती है, लेकिन इसका अंतिम निर्णय सरकार के हाथ में है।
क्या उम्मीद की जा सकती है?
Vodafone Idea के लिए आने वाले समय में चुनौतियों का पहाड़ है। हालांकि, कुमार मंगलम बिड़ला की हिस्सेदारी बढ़ोतरी ने निवेशकों को थोड़ी राहत दी है, लेकिन कंपनी को अपनी दीर्घकालिक वित्तीय स्थिति को स्थिर करने के लिए बड़े कदम उठाने होंगे। इसके अलावा, अगर सरकार बकाया राशि को इक्विटी में बदलने का विकल्प चुनती है, तो यह Vodafone Idea के लिए एक महत्वपूर्ण मोड़ साबित हो सकता है।