Dow Theory क्या है?
डॉव थ्योरी चार्ल्स डॉव द्वारा विकसित एक सिद्धांत है जो शेयर बाजार की प्रवृत्तियों को समझने और निवेश करने में मदद करता है। इसे आज भी तकनीकी विश्लेषण की नींव माना जाता है और यह बाजार के दीर्घकालिक और अल्पकालिक ट्रेंड्स की पहचान करने में सहायक है।
Dow Theory के 6 प्रमुख सिद्धांत
1. The Market Discounts Everything
बाजार में मौजूद सभी जानकारियाँ—जैसे आर्थिक डेटा, ब्याज दरें, और निवेशकों की भावनाएँ—शेयर की मौजूदा कीमतों में शामिल होती हैं। इसका मतलब है कि नई जानकारी का असर शेयर की कीमत पर तुरंत दिखता है।
2. The Market Moves in Trends
बाजार हमेशा किसी ट्रेंड में चलता है, जिसे तीन श्रेणियों में बाँटा जा सकता है
- Primary Trends (मुख्य प्रवृत्तियाँ) दीर्घकालिक प्रवृत्तियाँ जो एक साल या उससे अधिक समय तक चलती हैं।
- Secondary Trends (माध्यमिक प्रवृत्तियाँ) छोटे सुधार या रिएक्शन जो कुछ हफ्तों या महीनों तक चलते हैं।
- Minor Trends (मामूली प्रवृत्तियाँ) अल्पकालिक प्रवृत्तियाँ जो कुछ दिनों तक चलती हैं।
3. Three Phases of a Primary Trend
- Accumulation Phase (संग्रहण चरण) अनुभवी निवेशक यहाँ बाजार में कदम रखते हैं।
- Public Participation Phase (सार्वजनिक भागीदारी चरण) आम लोग भी निवेश शुरू करते हैं, जिससे कीमत में बड़े बदलाव होते हैं।
- Distribution Phase (वितरण चरण): अनुभवी निवेशक लाभ उठाने के लिए बिकवाली शुरू कर देते हैं।
4. Confirmation Between the Dow Industrials and Dow Transportation Index
Dow Theory के अनुसार, Dow Jones Industrial Average (DJIA) और Dow Jones Transportation Average (DJTA) दोनों को एक ही दिशा में होना चाहिए। अगर दोनों सूचकांक एक दिशा में नहीं हैं, तो यह संकेत है कि ट्रेंड कमजोर हो सकता है।
5. Volume Confirms the Trend
लेनदेन की मात्रा (ट्रेडिंग वॉल्यूम) ट्रेंड की पुष्टि करती है। उच्च वॉल्यूम के साथ मूल्य वृद्धि या गिरावट को एक मजबूत ट्रेंड माना जाता है।
6. Trends Continue Until Definite Signals Indicate Reversal
एक ट्रेंड तब तक जारी रहता है जब तक इसके पलटने के स्पष्ट संकेत न मिलें, जैसे बुलिश ट्रेंड में कीमतों का लगातार गिरना या बियरिश ट्रेंड में ऊँची कीमतों का बनना।
Dow Theory का महत्व
- दीर्घकालिक निवेश रणनीतियाँ Dow Theory से निवेशक बाजार की दीर्घकालिक दिशा का आकलन कर अपनी रणनीति निर्धारित कर सकते हैं।
- बाजार की भावना को समझना विभिन्न ट्रेंड्स और चरणों का अध्ययन निवेशकों की भावना को समझने में सहायक है।
निष्कर्ष
Dow Theory, भले ही पुरानी हो, लेकिन आधुनिक तकनीकी विश्लेषण का आधार है। इसे अन्य तकनीकी उपकरणों के साथ मिलाकर बाजार के रुझानों का विश्लेषण और पुष्टि करने में आज भी उपयोगी माना जाता है।