बेस्ट ईटीएफ इन्वेस्टमेंट आईडिया चांदी
Introduction
भारतीय निवेशकों के लिए सोना हमेशा एक पसंदीदा निवेश रहा है। लेकिन बदलते आर्थिक और राजनीतिक परिवेश में अब चांदी को भी अपनी निवेश सूची में शामिल करना जरूरी हो गया है। खासकर सिल्वर ईटीएफ (Silver ETFs) के माध्यम से निवेश, निवेश पोर्टफोलियो में स्थिरता और लाभ बढ़ाने में सहायक हो सकता है।
चांदी में निवेश के प्रमुख कारण
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आर्थिक संकेतक और बाज़ार रुझान
31 जुलाई को फेडरल रिजर्व की बैठक में सितंबर में ब्याज दरों में संभावित कटौती का संकेत मिला, जिसके बाद अमेरिकी रोजगार रिपोर्ट कमजोर रही और बेरोजगारी के आंकड़े बढ़े। इससे चांदी की मांग में बढ़ोतरी हो सकती है, क्योंकि कम ब्याज दरें इसकी अवसर लागत को घटाती हैं। इसके अलावा, मध्य पूर्व में तनाव और रूस-यूक्रेन संघर्ष जैसे जोखिम भरे हालात, निवेशकों को सुरक्षित संपत्ति जैसे चांदी की ओर आकर्षित कर सकते हैं। -
औद्योगिक मांग चांदी के मूल्य में एक प्रमुख कारक
चांदी का महत्व केवल एक कीमती धातु के रूप में ही नहीं, बल्कि इसके औद्योगिक उपयोग में भी है। इसका उपयोग इलेक्ट्रॉनिक्स, सेमीकंडक्टर और सोलर पैनल में किया जाता है। आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस और नवीकरणीय ऊर्जा तकनीकों के बढ़ते प्रयोग के साथ, चांदी की मांग में भी इज़ाफा होने की संभावना है। सोने की तुलना में चांदी का अनुपात 85:1 है, जो इसके दीर्घकालिक औसत से अधिक है, यह संकेत देता है कि भविष्य में इसके मूल्य में वृद्धि की संभावना है।
सिल्वर ईटीएफ चांदी निवेश के लिए एक आधुनिक दृष्टिकोण
सिल्वर ईटीएफ (Silver ETFs), भारतीय निवेशकों के लिए चांदी में निवेश का एक आधुनिक और सुविधाजनक तरीका है। यह एक्सचेंज ट्रेडेड फंड एक पैसिवली मैनेज्ड म्यूचुअल फंड है जो घरेलू चांदी की कीमतों के अनुसार रिटर्न उत्पन्न करता है। सिल्वर ईटीएफ का प्रत्येक यूनिट लगभग 1 ग्राम चांदी के बराबर होता है, जिससे छोटे निवेशक भी चांदी में निवेश कर सकते हैं। साथ ही, चूंकि इसके यूनिट्स एक्सचेंज पर शेयरों की तरह ट्रेड होते हैं, यह निवेशकों के लिए मूल्य पारदर्शिता और तरलता प्रदान करता है।
सही सिल्वर ईटीएफ कैसे चुनें
सिल्वर ईटीएफ में निवेश करने से पहले, यह सुनिश्चित करें कि फंड का आकार और ट्रेडिंग वॉल्यूम अच्छा हो, ताकि लिक्विडिटी में कमी न हो। कम ट्रैकिंग त्रुटि और एक्सपेंस रेशियो वाले ईटीएफ बेहतर रिटर्न दे सकते हैं। हाल के बजट में, सिल्वर ईटीएफ पर दीर्घकालिक पूंजी लाभ कर को 12.5 प्रतिशत तक घटा दिया गया है, जिससे यह निवेश और अधिक आकर्षक हो गया है।
आर्थिक और भू-राजनीतिक कारक चांदी के निवेश के पक्ष में हैं
अमेरिकी ब्याज दरों में कटौती की संभावना, भू-राजनीतिक तनाव और चांदी की औद्योगिक और मूल्यवान धातु के रूप में दोहरी भूमिका इसे एक स्थिर निवेश विकल्प बनाती है। वैश्विक अनिश्चितताओं के चलते चांदी को सुरक्षित संपत्ति के रूप में मान्यता मिल रही है।
संतुलित रिटर्न के लिए सुझाए गए पोर्टफोलियो आवंटन
सोना और चांदी दोनों ही निवेशकों के लिए अच्छे विकल्प हैं। एक संतुलित पोर्टफोलियो के लिए 10 प्रतिशत सोने में और 5 प्रतिशत चांदी में निवेश किया जा सकता है। चांदी ईटीएफ, निवेशकों को बाजार के जोखिमों से सुरक्षा और संपत्ति में वृद्धि का अवसर प्रदान करते हैं।