भारत सरकार द्वारा विन्डफाल टैक्स शून्य करने के बाद तेल कंपनियों के शेयरों में गिरावट
भारत सरकार ने हाल ही में कच्चे तेल पर लगाए गए windfall tax को शून्य करने का निर्णय लिया है। यह कदम 18 सितंबर से प्रभावी हो गया है, जिसके बाद तेल और गैस कंपनियों के शेयरों में गिरावट देखी जा रही है। विन्डफाल टैक्स, जिसे विशेष अतिरिक्त उत्पाद शुल्क (SAED) के रूप में लगाया जाता था, आखिरी बार 31 अगस्त को ₹1,850 प्रति टन था।
सरकार के इस फैसले का प्रभाव कई प्रमुख तेल कंपनियों पर पड़ा है। आइए, देखते हैं कि इस कदम से कौन-कौन सी कंपनियाँ और उनके शेयर कितने प्रभावित हुए हैं।
1. Oil India Ltd
Oil India के शेयरों में शुरुआती कारोबार के दौरान 2.7% की गिरावट देखी गई और यह ₹598 प्रति शेयर पर आ गए हैं। यह इसके एक साल के सबसे निचले स्तर ₹596 के करीब है।
- मार्केट कैप: ₹98,060 करोड़
- PE रेश्यो: 14.43
- बुक वैल्यू: ₹312.14
Oil India जैसी कंपनियाँ जो कच्चे तेल के उत्पादन में शामिल हैं, उन पर विन्डफाल टैक्स हटने का तुरंत नकारात्मक प्रभाव पड़ा है। शेयर बाजार में कंपनी के शेयरों की गिरावट इसकी भविष्य की संभावनाओं पर निवेशकों की चिंता को दर्शाता है।
2. Indian Oil Corporation Ltd
Indian Oil Corporation Ltd (IOCL) के शेयरों में 1.3% की गिरावट आई है। इसका करेंट प्राइस ₹169.60 पर ट्रेड कर रहा है।
- मार्केट कैप: ₹2.40 लाख करोड़
- PE रेश्यो: 7.82
- बुक वैल्यू: ₹132.37
IOCL, जो देश की सबसे बड़ी तेल विपणन कंपनियों में से एक है, पर भी विन्डफाल टैक्स को शून्य करने का नकारात्मक प्रभाव पड़ा है। इस गिरावट के पीछे की वजह सरकार द्वारा कच्चे तेल से जुड़े निर्णयों का असर और भविष्य में तेल की कीमतों में अनिश्चितता है।
3. Oil and Natural Gas Corporation Ltd
ONGC के शेयरों में 2% की गिरावट देखी गई और यह ₹288 पर ट्रेड कर रहा है।
- मार्केट कैप: ₹4.53 लाख करोड़
- PE रेश्यो: 8.35
- बुक वैल्यू: ₹275.90
ONGC के शेयरों पर भी सरकार के इस कदम का असर पड़ा है। ONGC जैसी कंपनियाँ, जो कच्चे तेल का उत्पादन करती हैं, उनके शेयरों में गिरावट सरकार द्वारा टैक्स हटाने के बाद एक स्वाभाविक प्रतिक्रिया है।
4. Bharat Petroleum Corporation Ltd
Bharat Petroleum Corporation Ltd (BPCL) के शेयरों में 2.15% की गिरावट आई और इसका करेंट प्राइस ₹336 है।
- मार्केट कैप: ₹1.47 लाख करोड़
- PE रेश्यो: 7.72
- बुक वैल्यू: ₹185.09
BPCL, जो एक प्रमुख तेल विपणन कंपनी है, पर भी विन्डफाल टैक्स को शून्य करने का नकारात्मक प्रभाव पड़ा है। शेयरों में गिरावट बाजार की अस्थिरता और सरकार के कदमों का सीधा प्रभाव है।
सरकार का कदम और इसका प्रभाव
भारत सरकार ने घरेलू कच्चे तेल पर लगाए गए विन्डफाल टैक्स को शून्य करने का निर्णय लिया
है, जो 18 सितंबर से लागू हो चुका है। यह टैक्स विशेष रूप से उन कंपनियों पर लगाया गया था, जो कच्चे तेल का उत्पादन करती हैं और इसके माध्यम से अप्रत्याशित लाभ कमा रही थीं। हालांकि, टैक्स हटाए जाने के बावजूद, इन कंपनियों के शेयरों में गिरावट आई है, जिससे निवेशकों में चिंता बढ़ गई है।
यह निर्णय इस समय लिया गया है जब अंतरराष्ट्रीय बाजार में तेल की कीमतें स्थिर हो रही हैं। सरकार द्वारा उठाए गए इस कदम का उद्देश्य घरेलू उत्पादन को बढ़ावा देना और वैश्विक कीमतों में स्थिरता लाना हो सकता है। हालांकि, तेल और गैस कंपनियों पर इसका नकारात्मक प्रभाव पड़ा है, खासकर उन कंपनियों पर जो कच्चे तेल का उत्पादन करती हैं।
निवेशकों के लिए सलाह
तेल और गैस सेक्टर में निवेश करने वाले निवेशकों को मौजूदा समय में सतर्क रहना चाहिए। सरकार के इस फैसले के बाद कंपनियों के शेयरों में अस्थिरता बनी हुई है, जिससे निकट भविष्य में बाजार में और उतार-चढ़ाव देखने को मिल सकता है। हालांकि, दीर्घकालिक निवेशकों को इस मौके का फायदा उठाते हुए इन कंपनियों के प्रदर्शन पर नजर रखनी चाहिए, क्योंकि इनकी बुनियादी मजबूती बरकरार है।