भारत-पाक तनाव के बीच डिफेंस सेक्टर में तेजी की संभावनाएं
बढ़ते सीमा तनाव से डिफेंस सेक्टर में नई हलचल
भारत और पाकिस्तान के बीच सीमा पर बढ़ते तनाव ने भारतीय शेयर बाजार के डिफेंस सेक्टर को एक बार फिर चर्चा में ला दिया है। मार्केट विश्लेषकों का मानना है कि आने वाले महीनों में यह सेक्टर निवेश के लिए एक आकर्षक विकल्प बन सकता है। सरकार की डिफेंस बजट में बढ़ोत्तरी और अंतरराष्ट्रीय भू-राजनीतिक परिस्थितियां इस सेक्टर की तेजी में योगदान दे सकती हैं।
विशेषज्ञ की राय ज्योति गुप्ता (Nirmal Bang)
Nirmal Bang की रिसर्च एनालिस्ट ज्योति गुप्ता ने डिफेंस सेक्टर के 6 स्टॉक्स की पहचान की है जो आने वाले समय में Nifty और Sensex को भी पीछे छोड़ सकते हैं।
1. Hindustan Aeronautics Limited (HAL)
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Order Book ₹1.8 लाख करोड़
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अनुमानित ग्रोथ 14% से बढ़कर 30–40% तक
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HAL को इस सेक्टर का सबसे मजबूत प्लेयर माना जा रहा है
2. Solar Industries
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स्पेशलिटी Warheads और Initiation Systems निर्माण
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Order Book ₹15,000 करोड़ से अधिक
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Supply Network Bharat Dynamics और L&T जैसी कंपनियों को सप्लाई
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Delivery Time 8–10 साल से घटकर 2–4 साल
3. BEML (Bharat Earth Movers Limited)
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वर्तमान स्थिति Execution में देरी
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भविष्य FY25 में टर्नअराउंड की संभावना
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सप्लाई मिसाइल लॉन्चिंग सिस्टम्स (Bharat Dynamics को)
4. Bharat Electronics
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स्थिर रिटर्न के इच्छुक निवेशकों के लिए सुरक्षित विकल्प
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सरकार के कई प्रोजेक्ट्स में भागीदारी
5. Data Patterns
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पिछली तीन तिमाहियों में कमजोर प्रदर्शन
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भविष्य में तेज़ रिकवरी की संभावना
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Defence Technology में उभरता हुआ नाम
6. Mazagon Dock Shipbuilders
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प्रतिस्पर्धा Garden Reach और L&T से
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मजबूती Order Pipeline बनी हुई है
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Performance Driver: Technical Infrastructure
सरकार की नीतियां और डिफेंस सेक्टर का भविष्य
ज्योति गुप्ता का मानना है कि हालिया गिरावट किसी मूलभूत कमजोरी की वजह से नहीं बल्कि सामान्य मुनाफावसूली (Profit Booking) के चलते हुई है। उन्होंने बताया कि:
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₹2 लाख करोड़ के 193 Defence Contracts सरकार द्वारा FY24 में साइन किए गए
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2030 तक यह आंकड़ा ₹3 लाख करोड़ तक पहुंच सकता है
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Execution Speed बढ़ने से कंपनियों के Revenue और Performance में बड़ी तेजी संभव है
निष्कर्ष
डिफेंस सेक्टर भारत के तेजी से उभरते निवेश क्षेत्रों में से एक बनकर सामने आ रहा है। भारत-पाकिस्तान तनाव और सरकारी नीतियों की वजह से यह सेक्टर अगले कुछ वर्षों में निवेशकों को दमदार रिटर्न दे सकता है। ऊपर बताए गए स्टॉक्स में रिसर्च के आधार पर लॉन्ग टर्म निवेश की रणनीति अपनाई जा सकती है।