विदेशी निवेशकों की मजबूती से वापसी
1. बाजार में तेजी और जियोपॉलिटिकल तनाव के बीच विदेशी निवेश
ताजा वैश्विक हालात और जियोपॉलिटिकल तनाव के बावजूद भारतीय शेयर बाजार में मजबूती देखी जा रही है। निफ्टी 24,500 के ऊपर पहुंच चुका है, जबकि 24,400 का स्तर एक मजबूत सपोर्ट के रूप में उभर कर आया है। यह तेजी काफी हद तक विदेशी निवेशकों (FII) की मजबूत खरीदारी से संभव हुई है।
2. स्मॉलकैप शेयरों में FII की बड़ी हिस्सेदारी
2025 की पिछली तिमाही में विदेशी निवेशकों ने 400 से अधिक स्मॉलकैप शेयरों में अपनी हिस्सेदारी बढ़ाई है। इनमें से 12 शेयर मल्टीबैगर साबित हुए हैं, जिन्होंने 100% से ज्यादा रिटर्न दिए।
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Kitex Garments ने 256% की अपसाइड दिखाई, जिससे यह सबसे अधिक रिटर्न देने वाले स्टॉक्स में शुमार हो गया।
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CarTrade Tech में FII होल्डिंग्स 6% बढ़कर 60.96% पहुंच गई।
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Shaily Engineering Plastics और Paradeep Phosphates ने क्रमशः 138% और 105% का रिटर्न दिया, जिसमें विदेशी निवेशकों की दिलचस्पी तेजी से बढ़ी।
3. अन्य मल्टीबैगर स्टॉक्स में भी FII की भागीदारी
JSW Holdings, Wockhardt, और Refex Industries जैसे शेयरों ने भी 100% से ज्यादा का लाभ दिया है। हालांकि इनमें FII की हिस्सेदारी में वृद्धि अपेक्षाकृत कम रही, लेकिन इनका प्रदर्शन निवेशकों के लिए आकर्षक रहा।
4. कुछ टॉप स्टॉक्स में FII की बिकवाली भी देखने को मिली
बाजार की तेज़ी के बावजूद कुछ टॉप स्टॉक्स में FII ने अपनी हिस्सेदारी घटाई है:
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Kaynes Technology ने 115% रिटर्न दिया, फिर भी इसमें FII हिस्सेदारी 367 आधार अंकों तक घटाई गई।
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PG Electroplast, Deepak Fertilisers, और Godfrey Phillips जैसे शेयरों में भी भारी प्रॉफिट के बावजूद FII की सेलिंग देखने को मिली।
निष्कर्ष
भारतीय शेयर बाजार में विदेशी निवेशकों का रुझान फिर से सकारात्मक होता दिख रहा है। खासतौर पर स्मॉलकैप सेक्टर में उनकी गहरी दिलचस्पी बाजार के लिए एक पॉजिटिव संकेत है। हालांकि, कुछ स्टॉक्स में सेलिंग भी देखने को मिल रही है, जो यह दर्शाता है कि निवेश रणनीति अब और ज्यादा सेलेक्टिव और डाटा-ड्रिवन होती जा रही है।